शहर में बुराई के प्रतीक रावण का दहन करीब 150 स्थानों पर होगा। कुछ स्थानों पर रावण मेघनाथ कुंभकर्ण के साथ सूर्पनखा के पुतले का भी दहन किया जायेगा।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व हैं। मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम ने दशानन का वध किया था। भगवान राम की विजय को लेकर हर्षोल्लास से पर्व को मनाया जाता है। शहर में भी अनेकानेक स्थानों पर रावण दहन किया जायेगा। इसके लिए विभिन्न आयोजन समितियों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।जगह जगह पर जय श्रीराम, जस सियाराम के नारो का उदघोष किया जायेगा।
बताया जा रहा है कि इस बार कुछ स्थानों पर शूर्पनखा का पुतला भी जलाया जायेगा। पूरे रामचरित मानस में सबसे अहम किरदार यही है जिसने रावण को सीताहरण के लिए उकसाया था।जिसके बाद इतना भीषण युद्ध हुआ कि रावण सकुटुम्ब मारा गया।
रावण दहन कार्यक्रम मे समितियो द्वारा आर्कषक आतिशबाजी के साथ अलग अलग दिशाओं में रावण के सिर गिरना भी आर्कषण का केंद्र रहेगा। कार्यक्रम के बाद श्रद्धालुओ द्वारा शमी पूजन के बाद सोना चांदी पत्तियों का एक दूसरे को वितरण कर दशहरे की शुभकामनाएं दी जायेगी। कार्यक्रम से पूर्व भगवान श्रीराम की शोभायात्रा भी निकाली जायेगी ।जिसमें भगवान राम लक्ष्मण रथ पर सवार होगे जो अपनी वानर सेना के साथ लंका जाकर रावण दहन करेगे। आयोजक समितियों द्वार सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए ताकि कोई अनहोनी न हो।