मकड़ाई समाचार राजग़ढ। नगर की एक दुखियारी महिला को न ही विधवा पेंशन का लाभ मिला। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, गरीबी रेखा के राशन कार्ड से भी वह वंचित है। जब बैल की मौत हो गई तो पेट भरने के लिए खुद बैलों की जगह गा़डी खींच रही थी। यह मामला अब सुर्खियों में आने के बाद नगर पालिका की टीम प़डताल करने के लिए मौके पर पहुंचने की तैयारी में है। साथ ही हरसंभव मदद की बात निकाय द्वारा कही जा रही है।
जानकारी के मुताबिक सारंगपुर के वार्ड क्रमांक 16 में रहने वाली लक्ष्मीबाई लोहा कूटने वाले परिवार से ताल्लुक रखती है। उसके परिवार वाले पहले बैलों के जरिए जगह-जगह बैलगा़डी लेकर जाया करते थे। लेकिन पिछले दिनों उसके बैल मर गए। बैल मरने के बाद उनके पति हजारीलाल का भी निधन हो गया था। ऐसे में खुद व बच्चों का पेट भरने के लिए वह कामकाज के सिलसिले में पचोर से खुद बैल की जगह गा़डी खींचते हुए सारंगपुर के लिए लौट रही थी, जिसका वीडियो वायरल हो गया।
जिस समय महिला गा़डी पर बच्ची को बैठाकर करीब 15 किमी से अधिक गा़डी खींचते हुए सारंगपुर की और पहुंची तो उसी समय शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल उदनखे़डी में पदस्थ जनशिक्षक देवीसिंह नागर दिव्यांग शिविर में शामिल होने के लिए सारंगपुर जा रहे थे। नागर ने बताया कि मैंने गा़डी खींचने का महिला से कारण पूछा तो वह रो प़डी और मजबूरी व गरीबी का बखान करने लगी। वह टब आदि बेचने के लिए गा़डी में भरकर पचोर से लौट रही थी। ऐसे में मैंने उनसे आग्रह किया कि गा़डी को मेरी बाइक पर बांध दो मैं सारंगपुर छो़ड देता हूं। महिला को मैंने उसकी झोंप़डी पर छो़डा। महिला ने बताया कि न तो प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिला, न ही पेंशन मिल रही है। दो समय खाने के लाले प़ड रहे हैं। कोई मदद को तैयार नहीं। इसके बाद मैं जनपद सीईओ साहब के पास गया था, उन्होंने बताया कि वह नगरीय निकाय का मामला है। मैंने वहां के पार्षद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को भी अवगत कराया है। वह कुछ मदद करेंगे। खास बात यह है कि महिला तलेनी क्षेत्र में झोंप़डी में रहने को मजबूर है।
शिविर में लेट होने का कारण बता सकूं, इसलिए बनाया था वीडियो
देवीसिंह नागर ने बताया कि मैं तो महिला को घर तक छो़डने के दौरान शिविर में मुझे पहुंचने में होने वाले विलंब के पीछे कारण अधिकारियों को बता सकूं, इसके लिए मैंने वीडियो बनाया था। क्योंकि शासकीय कार्यों में लेटलतीफी स्वीकार नहीं की जाती। मुझे शिविर में पहुंचना भी था और महिला को इस तरह गा़डी खींचकर ले जाते हुए देखना भी मुझे ठीक नहीं लग रहा था। लेकिन उस वीडियो के जरिए अब उनकी कुछ मदद हो सकेगी, यह राहत की बात है।
जांच करवाई है, पीएम आवास सहित कुछ योजनाओं का लाभ नहीं मिला। हालांकि कुछ योजनाओं का लाभ उन्हें मिल रहा है। टीम मौके पर पहुंचकर सघनता से जांच करेगी। हर संभव मदद की जाएगी।
– पंकज पालीवाल, नपाध्यक्ष, सारंगपुर