ब्रेकिंग
गुरु पूर्णिमा हमारे अज्ञान को दूर करने वाले शिक्षकों के सम्मान में मनाई जाती है।- ज्योतिष गुरू पंडित... घोर कलयुग : मां के साथ बेटे ने की धोखाधड़ी, खाते से निकाले 5 लाख रुपए , मां की शिकायत पर थाने में बे... Live today: नर्मदा नदी उफान पर मां नर्मदा का रौद्र रूप देखे। हंडिया और नेमावर घाट से लापरवाही अनदेखी : प्रशासन पर भारी ठेकेदार नर्मदा नदी में बाढ़ के बाद भी ठेकेदार चला रहा है नाव, हो स... नर्मदा नदी : एसडीएम परिहार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया ! पटवारी सचिव और कोटवार को सतत ... आज भारत बंद है: देश भर मे 9 जुलाई बुधवार को बैंकिंग, इंश्योरेंस, डाक सेवा, कोयला खनन और निर्माण क्षे... बोवनी खराब होने पर मिलती है फसल बीमा राशि Aaj ka rashifal: आज दिनांक 9 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे घोर कलयुग ! जमीन के टुकड़े के लिए भाई भाई का बना दुश्मन, रिटायर्ड आईएएस भाई पर जमीन हड़पने का लगा आर... सिवनी मालवा: बारिश ने खोली नगरपालिका की पोल, नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहा ! सड़कों पर फैला पान...

अभय मेरे लिए बिल्लू है और बिल्लू ही रहेगाः अजय चौटाला

दिल्ली: तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद से छोटे भाई के खिलाफ मुखर अजय चौटाला ने आज दिल्ली में अभय चौटाला को अपना अजीज बताया है। प्रदेश के कई हिस्सों में मीटिंगों को संबोधित करने के दौरान अभय चौटाला को बिना नाम लिए दुर्योधन बताने वाले बड़े भाई से जब दिल्ली में मीडिया ने सवाल पूछा तो वो उसे हंसी में टाल गए। अजय ने कहा, ”अभय सिंह मेरे अजीज हैं और मैं उन्हें कुछ भी कह सकता हूं।” इतना ही नहीं अजय चौटाला ने चुटकी लेते हुए कहा, ”अभय मेरे लिए बिल्लू है और बिल्लू ही रहेगा। वो मेरा छोटा भाई है और मेरा उसके साथ किसी प्रकार का मतभेद नहीं है।” हालांकि उन्होंने ये जरूर साफ किया कि इनेलो किसकी है ये जींद की बैठक में स्पष्ट हो जाएगा। अभय से दूरी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अजय ने कहा कि व्यस्तता होने के कारण मैं उनसे मुलाकात नहीं कर सका। हिसार में मीटिंग होने के कारण उन्हें सिरसा से निकलना पड़ा, लेकिन बहुत जल्द ही वह अभय से मुलाकात करेंगे। हालांकि इन सब के बीच ये जाहिर है कि दुष्यंत के निलंबन के बाद से दोनों भाइयों के दिलों में खटास तो जरूर है लेकिन वो उसे खुलकर जाहिर नहीं होने देंगे। अगर एेसा ना होता तो दोनों भाई दिवाली अलग-अलग ना मनाते।