वाशिंगटन। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना संक्रमण का सामना कर रही है। अब तक दुनिया 65 लाख के करीब संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। जैसे-जैसे नए मरीज सामने आ रहे हैं इस बीमारी के नए लक्षण भी एक्सपर्ट्स के सामने आ रहे हैं। यह संक्रमण मुंह और नाक के अलावा आंखों के जरिये भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। लोगों में कानों के जरिये भी इस वायरस के शरीर में दाखिल होने को लेकर कई सवाल हैं। हालांकि अब तक एक्सपर्ट द्वारा की गई रिसर्च में यह सामने आया है कि ये खतरनाक वायरस कानों के जरिये शरीर में नहीं पहुंच सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि नाक और मुंह की तरह आंखों से भी कोविड-19 का संक्रमण हो सकता है, लेकिन यह भी तभी संभव है, जब किसी ने अपने संक्रमित हाथों से आंखों को छुआ हो।
नाक और आंखों और मुंह के जरिये कोरोना का संक्रमण शरीर में दाखिल न हो इसके लिए ही विशेषज्ञों द्वारा बार-बार हाथ धोने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे को ढंककर रखने की सलाह दी जा रही है। अमेरिकी नेत्र विज्ञान अकादमी के अनुसार, चश्मे से भी आंखों की सुरक्षा हो सकती है। संक्रमण की आशंका वाले मरीजों की चिकित्सा के समय इसीलिए स्वास्थ्यकर्मियों को भी चश्मा लगाने का सुझाव दिया जाता है।
दूसरी तरफ, अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र का कहना है कि कानों के जरिये संक्रमण नहीं हो सकता है। मुंह, नाक और साइनस के ऊतकों के उलट कान में सामान्य त्वचा होती है। यह अवरोधक का काम करती है और वायरस के लिए शरीर के अंदर प्रवेश करना मुश्किल हो जाता है।
दुनिया में 65 लाख संक्रमित मरीज
पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का कहर बरपा हुआ है। अब तक इस घातक वायरस ने करीब 65 लाख लोगों को संक्रमित कर दिया है। वहीं मौतों का आंकड़ा भी चार लाख के करीब पहुंच गया है। इस मुश्किल हालात के बीच अब तक कोई भी देश इस बीमारी से लड़ने के लिए वैक्सीन या ड्रग को तैयार नहीं कर सका है।
फिलहाल इस घातक संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही नाक, मुंह को छंकने की ही सलाह दी जा रही है। यह वायरस बच्चों के अलावा बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को तेजी से चपेट में लेता है।