मकड़ाई समाचार हरदा – भारतीय जीवन बीमा निगम अभिकर्ता संगठन ने चार दिवसीय धरना प्रदर्शन कर भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण(IRDA) की नीतियों का जमकर विरोध किया।लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (लियाफी)के बैनर तले 11 से 14 अक्टूबर तक अभिकर्ता संगठन ने एलआईसी ऑफिस परिसर में एकत्रित होकर आईआरडीए के खिलाफ नारेबाजी की।चार दिवसीय हड़ताल के दौरान अभिकर्ता संगठन ने नव व्यवसाय,प्रीमियम जमा सहित कार्यालयीन कार्य नही किए।धरना प्रदर्शन के समापन अवसर पर लियाफी से जुड़े भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता संगठन के जिलाध्यक्ष बी एम पारे ने बताया कि आईआरडीए द्वारा अभिकर्ताओं पर कुठाराघात किया जा रहा है।भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा एजेंट के कमीशन में कमी,एजेंट्स पोर्टबिलिटी,बीमा सुगम करने का प्रावधान किया जा रहा है।अभिकर्ताओं ने किश्त में जीएसटी हटाने,बीमा पॉलिसियों में बोनस की वृद्धि,5 वर्ष से अधिक पॉलिसी के पुनर्चलन,वित्तीय लेनदेन की ब्याज दर घटाने,बीमा पॉलिसी में एक से अधिक बार केवायसी नही लेने,शाखा स्तर पर सिटीजन चार्टर लगाने की मांग की गई है।अभिकर्ता संगठन के कोषाध्यक्ष रमेशचंद्र सोनी ने बताया कि हमने अभिकर्ता ग्रेच्युटी में वृद्धि,समूह बीमा धन एवं आयु सीमा में वृद्धि,अभिकर्ता को मेडिकल सुविधा,अभिकर्ताओं को मिलने वाले एडवांस में वृद्धि की मांग की गई है।धरना प्रदर्शन के दौरान महेंद्र राजपूत,नरेंद्र कुलकर्णी,सुधीर दुबे,नरेंद्र पारे,राजाराम तंवर,रामकृष्ण कुशवाह,गौरीशंकर गन्नौरे,नवीन कोठारी,कमलेश गुर्जर,अनिल गौर,आशुतोष राजपूत,अशोक मर्सकोले, वी एस मंडलेकर ,संजय अग्रवाल,चैनसिंह भवरे,शंकर सेंगवा,महेंद्र जाट ,हजारीलाल मलाजपुरे सहित अभिकर्ता उपस्थित रहे।
ब्रेकिंग