गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा के बाद देशभर में किसान आंदोलन नेताओं की थू-थू हो रही है। केस दर्ज होने के बाद 37 से अधिक किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर है कि सभी आरोपी किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जा सकता है। साथ ही उनके पासपोर्ट भी जब्त हो सकते हैं, ताकि कोई भी विदेश ने भाग सके। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। इनमें योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर सिंह राजेवाल शामिल हैं। इनसे तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है और बताने को कहा गया है कि आखिर ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ हुआ समझौता क्यों तोड़ा गया।
यूपी पुलिस ने बीती रात बागपत में नई दिल्ली सहारनपुर हाईवे पर धरना दे रहे किसानों को खदेड़ दिया, वहीं दिल्ली वालों के लिए अच्छी खबर यह रही कि दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ने वाला एनएच24 खोल दिया गया। बीती रात यूपी में योगी सरकार हरकत में आ गई। यूपी के बागपत में बीती रात पुलिस का डंडा चला। यहां 19 दिसंबर से धरना दे रहे किसानों की आधी रात को खेदड़ दिया गया। ये किसान दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर धरना दे रहे थे। पुलिस ने लाठी चार्ज किया और किसानों को खदेड़ दिया। उनका टेंट उखाड़ दिया और सामान अस्तव्यस्त कर दिया है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। बागपत के एडीएम के मुताबिक, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने पुलिस को चिट्ठी लिखी थी कि प्रदर्शन के कारण उनका निर्माण कार्य बाधित हो रहा था, इसीलिए कार्यवाई की गई। (नीचे देखें वीडियो)
31 जनवरी तक लाल किला बंद
किसानों की हिंसा से ऐतिहासिक लाल किले को नुकसान पहुंचा है। इस कारण ऑर्कियॉलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने लाल किले को आम जनता के लिए 31 जनवरी तक बंद कर दिया है। बता दें, हिंसा पर उतारू किसानों ने लाल किला स्थित पुलिस कंट्रोल रूम पर धावा बोल दिया था। इसके बाद पुलिस ने पहली बार लाल किले में डकैती का केस दायर किया है।