मकड़ाई समाचार पन्ना। अजयगढ़ में एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी को सागर लोकायुक्त टीम ने रेस्ट हाउस में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जिसके बाद राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया। इससे पहले गुनौर तहसीलदार भी इसी तरह पकड़े गए थे। पन्ना जिले की तहसील अजयगढ़ में फरियादी अंकित मिश्रा के चाचा के प्लाट में भवन की स्वीकृति और हस्तानांतरण के एवज में एक लाख की रिश्वत लेते हुए सागर की लोकायुक्त टीम ने प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सरकारी रेस्ट हाउस में छापामार कार्यवाही करते हुए लोकायुक्त की टीम ने पहले ट्रैप किया फिर तहसीलदार को कार्यवाही के लिए अजयगढ़ थाना ले गई। कुछ दिन पूर्व ही नायब तहसीलदार उमेश तिवारी को प्रभारी तहसीलदार बनाकर भेजा गया था। उनकी कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में थी। बुधवार को ट्रेप होने के बाद से राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया। भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं की तरह मामला दर्ज किया गया है अब पुलिस उन्हें न्यायालय में पेश करेगी।
अंकित मिश्रा (फरियादी) का कहना है कि बड़ी फील्ड माधवगंज में मेरे चाचा का प्लाट काफी दिनों से निर्माणाधीन था, जिस कार्य में तहसीलदार उमेश तिवारी द्वारा परेशान किया जा रहा था। जबकि मेरे पास प्लाट से संबंधित समस्त कालजात नामांतरण सहित थे इसके बावजूद भी उनके द्वारा स्टे लगाने व काम बंद कराने की धमकी दी जा रही थी साथ ही एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे जिससे परेशान होकर मेरे द्वारा लोकायुक्त पुलिस सागर में शिकायत की गई। जिस पर लोकायुक्त पुलिस की टीम द्वारा सुबह 10 बजे कार्यवाही करते हुए प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी को रिश्वत लेटे हुए पकड़ा है। अंकित मिश्रा द्वारा 18 जनवरी को शिकायत की गई थी कि प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी द्वारा ₹100000 की मांग कर रहे हैं जिस शिकायत पर तस्दीक की गई शिकायत सही जा पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए प्रभारी तहसीलदार को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।