मकड़ाई समाचार दमोह। विधानसभा उपचुनाव दमोह से कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन द्वारा लोगों को नोट बांटते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है, जो शहर के समीप कोटा तला क्षेत्र का बताया जा रहा है। टंडन यहां चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात की और अपनी बात रखते हुए वीडियो में लोगों को नोट बांटते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा खेमा सक्रिय हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि चुनाव आयोग को तत्काल इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। उनकी मांग है कि चुनाव आयोग इस पर कार्रवाई करते हुए तत्काल कांग्रेसी प्रत्याशी की उम्मीदवारी समाप्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
वायरल हो रही इस वीडियो के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर तरुण राठी से बात हुई उनका कहना है कि उनके पास तक अभी ऐसी कोई शिकायत या सूचना नहीं पहुंची है। वह इस मामले की जानकारी पता करवाते हैं, यदि ऐसी कोई शिकायत उनके पास तक पहुंचती है तो वह कार्रवाई करेंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन द्वारा नोट बांटने के मामले में वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह ने कहा है कि वह पहले से कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस की करनी और कथनी में अंतर है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कुछ कहते हैं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कुछ कहते हैं। इन्होंने जो पहले पैसा एकत्रित किया है अभी उसे बांटना शुरू कर रहे हैं। दमोह चुनाव प्रचार के दौरान हाल ही में कमलनाथ जब दमोह पहुंचे थे उस समय भी लोगों को पैसा देकर भीड़ जुटाई गई थी और अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें खुले तौर कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन लोगों को पैसा बांटते हुए देख रहे हैं। वह इसकी शिकायत चुनाव आयोग में करेंगे, ताकि संबंधित पर कार्रवाई हो सके।
अब पार्टी के चुनाव चिन्ह के कार्ड वाटते वीडियो वायरल
अजय टंडन का पहला वीडियो वायरल होने के बाद एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह फिर से लोगों को उसी अंदाज में पार्टी के सिंबल का कार्ड बांटते हुए नजर आ रहे हैं, हालांकि इस दूसरे वीडियो में कार्ड स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहे हैं, लेकिन पहले वीडियो में कार्ड नहीं दिखाई दे रहा था। संभवत कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन द्वारा इस वीडियो को वायरल कराकर यह जताने का प्रयास किया जा रहा है कि इसके पहले वायरल वीडियो में जो पैसे बांटने की बात सामने आ रही है वह पैसे नहीं उनकी पार्टी के चुनाव चिन्ह के कार्ड थे, जो वह लोगों को बांट कर उन्हें कांग्रेस में वोट देने के लिए प्रेरित कर रहे थे। हालांकि इस मामले में कलेक्टर तरुण राठी ने अपनी टीम को जांच के आदेश दे दिए।