ओमाइक्रोन और कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच 23 जनवरी रविवार को पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा
चेन्नई। देश भर में एक बार फिर से कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है। कई राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामले को देख कर राज्य सरकार द्वारा पूर्ण तालाबंदी का फैसला लिया गया है। दरअसल राज्य सरकार द्वारा ओमाइक्रोन और कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच 23 जनवरी रविवार को पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इससे पहले 16 जनवरी को भी पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था।
दरअसल तमिलनाडु में ओमाइक्रोन और कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं कि शहर में सबसे ज्यादा केस दक्षिणी राज्य में देखने को मिले हैं। जिसके बाद तमिलनाडु सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एक विज्ञप्ति जारी किया है। 16 जनवरी को लगाए गए लॉकडाउन को एक बार फिर से 23 जनवरी रविवार को प्रभावित किया गया है। इसके साथ ही रविवार को पूरे प्रदेश भर में पूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया है। हालांकि 16 जनवरी की तरह ही आवश्यक सेवाओं के संचालन पर प्रतिबंध और छूट के नियम लागू रहेंगे।
इसके अलावा ऑटोरिक्शा और कैब एग्रीगेटर्स को अन्य शहरों और कस्बों से आने वाले यात्रियों के लाभ के लिए चेन्नई सेंट्रल, एग्मोर रेलवे स्टेशन और कोयम्बेडु सीएमबीटी जैसी ट्रांजिट सुविधाओं से संचालित करने की अनुमति होगी। छूट में जिलों में रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनस शामिल हैं। इससे पहले 16 जनवरी को जब सरकार ने रविवार को पूर्ण लॉकडाउन की थी। दूध, एटीएम, अस्पताल, माल परिवहन, पेट्रोल पंप जैसी आवश्यक सेवाओं को संचालित करने की अनुमति दी गई थी।
रेस्तरां को सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक भोजन वितरण सेवाएं संचालित करने की अनुमति दी गई थी। जो लोग यात्रा कर रहे थे। हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन को अपने यात्रा टिकट के साथ केवल अपने परिवहन में यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। इंटर और इंट्रा सार्वजनिक परिवहन को संचालित करने की अनुमति दी गई थी और कार्यालय से काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी आईडी ले जाने के लिए कहा गया था।
वहीं अन्य राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 16000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि 17000 से अधिक लोग स्वस्थ होकर अपने घर वापस भी लौट आए हैं। इसके अलावा कर्नाटक में पिछले 24 घंटे में 48000 नए मामले सामने आए हैं जबकि महाराष्ट्र में भी बीते 24 घंटे में 5000 नहीं संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। पश्चिम बंगाल में भी 24 घंटे में 9154 मरीजों की पुष्टि हुई है जबकि राजस्थान में बीते 24 घंटे में 16000 से अधिक केस सामने आए हैं। वहीं मध्यप्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या भी तो 24 घंटे में 10 हजार के करीब रिकॉर्ड की गई है।