ब्रेकिंग
गुर्जर समाज के होनहार उत्कृष्ट अंकों से सफलता हासिल करने छात्र छात्राओं का हुआ सम्मान  !   मप्र बिग न्यूज: भारी बारिश की संभावना को देखते हुये कलेक्टर ने जारी किया आदेश सिवनी मालवा: शराब ठेकेदार ने नियमों को ताक में रखकर बिना अनुमति पंचायत क्षेत्र में खोल दी अवैध शरा... हंडिया में मुहर्रम का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। पुलिस प्रशासन के द्वारा किए गए थे पुख़्... हरदा दुखद खबर: पति ने शराब के लिए मांगे पत्नी से रुपए, नहीं देने पर पत्नी को उतार दिया मौत के घाट मप्र के शहडोल में भारी बारिश से हाहाकार: रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल, सड़कें और घरों में भी भराया बार... हरदा: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार कर रही केंद्र की मोदी सरकार -राजेश वर्मा  गुर्जर समाज हरदा के द्वारा मेद्यावी छात्र सम्मान एवं छात्रवृति वितरण कार्यक्रम  कार्यक्रम आज Aaj ka rashifal: आज दिनांक 6 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे भव्य चातुर्मास सत्संग का आयोजन आज से: निकलेगी हनुमान मंदिर से विशाल वाहन रैली एवं ग्राम चौतलाय से कल...

कोरोना वायरस से संक्रमितों व मृतकों की जानकारी न छुपाए प्रशासन – पूर्व विधायक डॉ. दोगने

मकड़ाई समाचार हरदा। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को आगे चलकर कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। संक्रमितों को चाहिए कि वे कोरोना जांच रिपोर्ट को संभालकर रखे तथा जब भी चिकित्सक के पास जाए तो उनके समक्ष सर्वप्रथम कोरोना जांच रिपोर्ट ही रखे। क्योकि चिकित्सक उसी रिपोर्ट के आधार पर ईलाज करेंगे। कोरोना जांच केंद्रों व अस्पतालों में बिना रजिस्ट्रेशन कोरोना जांच की जा रही है तथा मरीजो को बिना रिपोर्ट दिए, मौखिक रूप से बता दिया जा रहा है कि वे कोरोना पॉजिटिव है या निगेटिव। प्रशासन कोरोना संक्रमितों के सही आंकड़े को छिपाने के लिए ऐसा घातक कदम उठा रहा है। इससे कोरोना जांच के लिए बनाए गए विशेष केंद्रों के पास अधिकांश संक्रमितों की जानकारी नही होती तथा अधिकांश संक्रमितों का ईलाज ही नही हो पा रहा है। कई मरीजो की मौत तो ईलाज न होने से ही हो रही है। प्रशासन उन मौतों को कोरोना संक्रमितों की मौतों में नही गिनता। परिवारजन भी जांच रिपोर्ट न होने की वजह से यह प्रमाणित नही कर पाते कि मौत कोरोना संक्रमण से ही हुई है। कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार द्वारा कोविड-19 को आपदा घोषित किया है और कोरोनावायरस से मरने वालों के परिजनों को 04 लाख रुपये की मुआवजा राशि दिए जाने का ऐलान किया गया है।  जिसके कारण भाजपा शासित राज्यो में कोरोना से मौतों की संख्या कम बताने का प्रयास किया जा रहा है ताकि हितग्राहियों की संख्या सीमित रहे। प्रशासन के इस आंकड़ेबाजी के घातक खेल को तत्काल उजागर करने की आवश्यकता है। एक मार्च 2021 से अब तक जिन्होंने कोरोना की वजह से अपने परिजनों को खोया है। उनसे आग्रह है कि वे प्रशासन, मीडिया व जनप्रतिनिधियों को जानकारी उपलब्ध कराए।