खिरकिया रेलवे फाटक पर रेल दुर्घटना में बुजुर्ग की मृत्यु का जिम्मेदार प्रशासन और भाजपा सरकार- पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार
मकड़ाई समाचार हरदा। विगत रात्रि खिरकिया में क्षेत्र के एक बुजुर्ग व्यक्ति की फाटक पार करने के दौरान रेल दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। नवरात्रि का त्योहार चल रहा है। ऐसे में देर रात तक क्षेत्र के लोगो का आवागमन जारी रहता है। परंतु घटनास्थल पर ना ही रेलवे पुलिस ना ही स्थानीय पुलिस का कोई जवान तैनात था। वर्षों से लंबित खिरकिया रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज की मांग की अनेकों बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी सहित स्थानीय विधायक कृषि मंत्री कमल पटेल जी और भाजपा नेता घोषणा करते आ रहे है। मगर जनता की जरूरत की मांग को नजरंदाज और अपनी ही घोषणा को भुलाकर भाजपा सरकार चैन की नींद सो रही है। ऐसे में आए दिन होने वाली घटनाओं, ट्रैफिक जाम और गत रात्रि बुजुर्ग की मौत का जिम्मेदार कौन होगा।
6 सितंबर 2017 को जनाशिर्वाद यात्रा लेकर हरदा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को खिरकिया रेलवे फाटक पर लगभग 37 मिनट अपना काफिला रोककर फाटक खुलने की प्रतीक्षा करनी पड़ी। उसके बाद जनसभा में उन्होंने खिरकिया नगर के बीचों–बीच स्थित रेलवे फाटक की जगह ओवरब्रिज बनवाने की घोषणा की… और उनकी हजारों घोषणाओं को तरह यह ओवरब्रिज भी मंच से फेंका हुआ जुमला साबित हुई।
लगभग तीन दशकों से हरदा विधानसभा के विधायक और प्रदेश की भाजपा सरकार के तीन बार मंत्री वर्तमान कृषि मंत्री कमल पटेल जी आए दिन खिरकिया जाते है और कई बार रेलवे फाटक पर लंबा इंतजार करते है… परंतु वर्षों से खिरकिया क्षेत्र की जनता की ओवरब्रिज की समस्या का आजतक भी समाधान नहीं निकाल सके।
कांग्रेस पार्टी और हम सब कांग्रेसजन खिरकिया रेलवे फाटक के स्थान पर शीघ्र ओवरब्रिज निर्माण की मांग करते है और सरकार व प्रशासन की लापरवाही के चलते दिवंगत बुजुर्ग की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते है। ईश्वर पीड़ित परिवार को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें… ॐ शांति: