खुद को जीवित साबित करने के लिए किसान काट रहे दफ्तरों के चक्कर, DM से कहा- मैं जिंदा हूं, मेरी जमीनें वापस करा दो…
किसान ने कहा कि लेखपाल ने मुझे कागजों में मृत दर्शाकर मेरी जमीन छीन ली
शामली। एक किसान को खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ रहा है। डीएम से मिलने पहुंचे किसान ने फरियाद करते हुए कहा कि मैं जिंदा हूं, मेरी जमीनें वापस करा दो। किसान ने कहा कि लेखपाल ने मुझे कागजों में मृत दर्शाकर मेरी जमीन छीन ली है।
इस मामले में किसान की फरियाद सुनकर शामली की जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस गलती को जल्द सुधारा जाएगा। कुडाना के रहने वाले किसान जयपाल सिंह डीएम कार्यालय पहुंचे और डीएम से कहा कि ‘मैं जिंदा हूं मुझे जीवित कर दो’। बता दें कि यह मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव कुडाना का है। यहां के निवासी वृद्ध किसान जयपाल सिंह मलिक कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम से कहा कि ‘मैं जिंदा हूं, मुझे जीवित कर दो।’
दरअसल, किसान जयपाल सिंह का आरोप है कि गांव में स्थित जमीन चक संख्या 262 को चकबंदी विभाग के लेखपाल और सहायक चकबंदी अधिकारी ने रिश्वत लेकर उसे मृत दिखा दिया। इसके बाद फर्जी विरासत के आधार पर उस जमीन को ग्रामीण सुभाष के नाम कर दिया गया। उस जमीन को सुभाष ने अपने नाम पर होते ही किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया। किसान का कहना है कि अब उसके पास न तो जमीन है और न ही वह चकबंदी विभाग के कागजों में वह जिंदा है।
वह कई महीने चकबंदी विभाग व अन्य दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर परेशान हो चुका है। किसान जयपाल सिंह ने शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम जसजीत कौर से मुलाकात की और उनसे मामले की शिकायत की। किसान जयपाल सिंह का कहना है कि मेरी एक बीघा जमीन दूसरे के नाम खसरा खतौनी में चढ़ा दी और मुझे मृत दिखा दिया। इसके बाद वह जमीन बेच दी गई।