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गुना में दलित परिवार की पिटाई के मामले में सीएम का कमल नाथ पर पलटवार

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में दलित परिवार की पिटाई के मामले में सीएम का कमलनाथ और कांग्रेस पर पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने बृहस्पति भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उज्जैन से पूरे प्रदेश की कोरोना की स्थिति की समीक्षा की है। प्रदेश आज भी बड़े राज्यों में 13 वें नंबर पर है । हम भी बेहतर स्थिति में हैं । पहले स्थिति बिगड़ी थी परंतु अब हम कंट्रोल में है। इसमें जनता जनार्दन व कोरोना योद्धाओं का योगदान है।

शिवराज ने कहा कि ग्वालियर अंचल में बड़ी तेजी से पॉजिटिव बढ़े थे जो चिंता का विषय है। अब आने वाले समय में स्थिति सुधरने की उम्मीद है । मुरैना और भिंड में भी अब स्थिति ठीक है। उन्‍होंने कहा कि घर-घर सर्वे हुआ है उसकी वजह से कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ी है।

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गुना में दलित की पिटाई के मामले में सीएम ने कहा कि कांग्रेस के मित्रों ने एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना को आधार बनाया है। हमने तत्काल कार्रवाई की, एसपी कलेक्टर व संबंधित पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए, हमने इन सब को हटाया और उस परिवार को हम राहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं कांग्रेस व कमल नाथ जी को याद दिलाना चाहता हूं हमने तो कार्रवाई की वह जवाब दे, जब 14 जनवरी को उनकी सरकार थी तब प्रदेश के सागर में अनुसूचित जाति के धनप्रसाद अहिरवार को उसी के घर में मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया और कांग्रेस की सरकार उसका इलाज तक नहीं करवा रही थी। घटना को दबाया जा रहा था ।जब बीजेपी ने व्यापक पैमाने पर मामला उठाया तब भी सरकार नहीं चेती।

उन्‍होंने कहा कि केवल एक ही घटना नहीं है शिवपुरी में भी अनुसूचित जाति के 2 बच्चों को शौच जाने बुरी तरह पीट-पीटकर मार दिया गया तब उन अबोध बच्चों की चीखें ना तो कमलनाथ को दिखाई दी ना कांग्रेस में दिखाई दी । देवास में अनुसूचित जाति समाज की बारात पर हमला हुआ जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई थी तब भी कमल नाथ सरकार जागी नहीं। अलीराजपुर में पानी मांगने पर अनुसूचित जनजाति के भाइयों को सरेआम पेशाब पिलाई गई तब भी कांग्रेस की सरकार नहीं जागी। राजगढ़ जिले में दलित बेटी को रेप का विरोध करने पर जिंदा जला दिया गया तब भी कांग्रेस की सरकार थी कमल नाथ जी को इसका जवाब भी देना होगा। खुद उनके जिला छिंदवाड़ा में एक अनुसूचित जाति आदिवासी बेटी का अपहरण हुआ। 7 दिन तक उसके साथ दुष्‍कर्म हुआ। उसके बाद क्षत-विक्षत शव मिला लेकिन वहां की बेटी का दर्द कांग्रेस को दिखाई नहीं देगा। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस व कमलनाथ किस कानून और व्यवस्था की बात करते हैं। हमने तो कार्रवाई की। धार में सरेआम किसानों को मार दिया गया तब भी सरकार खड़ी खड़ी देखती रही। इनको खुद अपने गिरेबान में देखना चाहिए।