गोलमाल है भाई सब कुछ गोलमाल : स्कूल संचालक का आरोप पत्रकार RTI एक्टिविस्ट मांग रहा साढ़े 3 लाख रुपए, RTI कार्यकर्ता बोला आरोप झूठे है। झूठ की बुनियाद पर चल रहा संचालक का स्कूल, पोल खुली कार्यवाही के डर से कर रहा झूठी शिकायत
हरदा। जिले के ग्राम सोडलपुर में संचालित ‘डेली स्कूल आफ एजुकेशन’ के संचालक अखिलेश चौधरी ने जिला कलेक्टर को एक शिकायती आवेदन पत्र देकर आरटीआई एक्टिविस्ट एक पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने शिकायत में कहा कि ग्राम बारजा के एक आरटीआई एक्टिविस्ट एवं पत्रकार गोविंद सकतपुरिया उनके द्वारा आरटीआई का इस्तेमाल कर जिला शिक्षा अधिकारी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, ग्राम पंचायत और आरटीओ से जानकारी मांगते हुए दबाव बनाकर राशि मांगी जा रही है। शिकायत में पहले ढाई लाख और अब साढ़े 3 लाख रुपए मांगने का आरोप है। शिकायत कर्ता स्कूल संचालक ने कहा इस शिकायत के बाद अधिकारियों द्वारा बयान लेने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पत्रकार के हौसले बुलंद हैं और अब वह राशि बढ़ाकर देने की मांग कर रहे हैं। और इसी को लेकर मंगलवार को जनसुनवाई में फिर आवेदन दिया है।
क्या है शिकायत स्कूल संचालक ने कलेक्टर को की लिखित शिकायत जेसी लिखी है उसी प्रकार शब्द
श्रीमान
कलेक्टर महोदय जी
महोदय जी
आपको अवगत करना चाहुँगा की पत्रकार श्री गोविन्द सकतपुरीया आर.टी.आई कार्यकर्ता ग्राम बारजा पोस्ट सामरधा तहसील टिमरनी जिला हरदा।
वह संपादक हैं ।
निम्नलिखित 1. दैनिक समाचार – • गंगोत्री सामाचार संपादक
अपनी आर.टी.आई कार्यकर्ता एवं पत्रकार होने का दुरउपयोग कर रहे हैं। 3. G.S. News live चैनल chief editor & Director
2. सप्ताहिक गंगोतरी संगम
के संपादक एवं प्रमुख्य हैं।
डेली स्कूल ऑफ एजुकेशन पर लगातार आर.टी.आर फाइल करते जा रहे हैं। अभी तक तीन आर.टी. आर फाइल कर चुके हैं जबाब देने के बाद अब इन्होने तरह – – तरह सम्बंधित आफिसो पर आवेदन देकर पत्रकार प्रभाव दिखाकर आफिस से पदस्थ अधिकारी से परेशान कराना शुरू कर दिया है।
इसका उदाहरण अभी हाल मे आर टी ओ आफिस हैं । इन्होने अभी तक तीन आर. टी. आर फाइल कर चुके हैं।
(1) श्रीमान जिला शिक्षा अधिकारी महोदय जी
दिनांक 15.06.2023
दिनांक 13.08.2023
(2) विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय जी
(3) ग्राम पंचायत
(4) आर. टी. ओ पत्र
दिनांक – 03.07.2023
दिनांक 14.07.2023
(5) जानकारी प्रदान करने के बाद असन्तुष्ट
महोदय जी आपको ध्यान में लाना चाहूंगा कि आपने मेरा आवेदन को उप पुलिस अधीक्षक को अग्रेषित किया उन्होंने जाँच अधिकारी सब इस्पेक्टर श्री अमित भरद्वाज को नियुक्त किया उन्होंने संस्था में आकर मेरे अर्थात अखिलेश चौधरी से बयान लिये एवं गवाह बतौर (1) डॉ. श्री सुन्दरलाल रायखेरे (2) श्री मोहन कछवाहा से बयान लिय जिसके परिणम स्वरूप मान्यवर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई हैं । महोदय जी जैसा की आपके आवेदन पत्र मे मैने उल्लेख किया वह 2,50,000 (दो लाख पचास हजार ) राशी अपनी आरटीआर के पक्ष में मांग रहा है। परन्तु यह राशी दंण्ड स्वरूप बढोतरी हो गई 3,50,000 (तीन लाख पचास हजार ) ।
श्री गोविन्द सकतपुरीया कथन अनुसार आपने मेरी शिकायत एस. पी से की वह मेरा क्या बिगाढ लेगा संपादक हूँ । अब स्कूल संचालित करना है तो 3,50,000 (तीन लाख पचास हजार) ले आए। नहीं तो इस तरह परेशान होगे ।
मान्यवर इस मामले में किसी प्रकार शासकीय नियम प्रयोग कर आर.टी.आर का दुरूपयोग पर रोक लगाये।
आवेदक / भवदीय
अखिलेश चौधरी
बेली स्कूल ऑफ एजुकेशन
ग्राम :- सोडलपुर तहसील टिमरनी
जिला – हरदा मोबाईल नं. 9039791414
झूठे है आरोप झूठ की बुनियाद पर चल रहा स्कूल
इधर आरटीआई एक्टिविस्ट गोविंद से जब उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने मकड़ाई एक्सप्रेस को बताया की स्कूल संचालक की पोल खुल गई झूठ की बुनियाद पर स्कूल चल रहा है। ग्राम पंचायत सोडलपुर जो की तहसील क्षेत्र की सबसे बड़ी दूसरे नंबर की ग्राम पंचायत आती है। लेकिन स्कूल संचालक ने व्यापार शुल्क के नाम पर एक रूपया भी पंचायत को टैक्स जमा नही कराया। शासन को गुमराह किया जा रहा। वही मेरे द्वारा जनहित में ग्राम पंचायत, स्कूल और शिक्षा विभाग, आर टी ओ से सूचना के अधिकार 2008 के तहत अलग अलग बिंदुओं से जानकारी मांगी गई थी। उक्त जानकारी में मुझे अधूरी जानकारी मिली। और कुछ जानकारी ऐसी भी मिली । जिसमे शासकीय विभागों में सेवा दे रहे व्यक्तियों को उक्त स्कूल में भी शिक्षक बताया गया । गोविंद ने बताया की स्कूल संचालक बड़ी कार्यवाही न हो जाए इसलिए जिले के अधिकारियों को झूठी शिकायत कर रहे है। जनहित की जानकारी के लिए मुझे परेशान किया गया। मेने अपील लगाकर जानकारी लेने का प्रयास किया और जब जानकारी कुछ मिली तो उसमे ये सामने आया की शासन प्रशासन को गुमराह कर भ्रामक जानकारी दे रहा। और अब कार्यवाही के डर से शिकायत करके मुझे धमकाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन में जनहित को लेकर लडूंगा। में सारे दस्तावेज एकत्रित कर इसकी शिकायत प्रदेश स्तर तक करूंगा। अगर स्कूल संचालक के ऊपर कार्यवाही नही होगी तो कोर्ट भी जाऊंगा।