ग्राम पंचायत दीपगांव कला अमीरो को मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ,, गरीब आज भी योजना के लाभ से वंचित
5 से 7 एकड़ भूमि वाले किसानों को भी सरपंच सचिव ने दे दिया योजना का लाभ
अगर सही जांच हुई तो एक दर्जन परिवार निकलेगें फर्जी गरीब
मकड़ाई समाचार हरदा।ग्राम विकास में सबसे अहम रोल ग्रामपंचायत और उसके सरपंच सचिव रोजगार सहायक का होता है।इसके बाद अन्य अधिकारी और पंचो की भूमिका होती है।सरकार की योजनाओं को क्रियान्वयन कर हितग्राही को समुचित लाभ पहुचाने की इनकी जिम्मेदारी होती है।जिले की ग्राम पंचायतों में सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार कर पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ी है।खिरकिया विकासखंड की ग्राम पंचायत दीपगांव कला तहसील सिराली में गरीबो को मुफ्त आवास देने की योजना में गरीबो के हितो के साथ बहुत खिलवाड़ किया गया है।जहां पर अपने चहेतो और अपात्रों को आवास योजनाओं का लाभ दिलवाया गया। वास्तविक हितग्राही जिन्हे इस योजना का लाभ मिलना तो वह उनसे कोसो दूर है।
प्रधानमंत्री आवास के लिए ये थी पात्रता
प्रधानमंत्री आवास के लिए हितग्राही गरीब और बीपील कार्डधारी हो।प्रधानमंत्री आवास योजना का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति,मुक्त बंधुआ मजदूरों की मकान के निर्माण में मदद करना तथा गैर अनुसूचित जाति गरीबी रेखा से नीचे के ग्रामीण लोगों को अनुदान मुहैया कराकर मदद करना है।ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले मजदूर वर्ग के लोग,जिन्हें किसी अन्य पुनर्वास योजना के अंतर्गत सम्मिलित नहीं किया गया है।इन शर्तो के साथ हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाना चाहिए था।ग्राम पंचायत में योजनाओं की सभी पात्रता को परे रखकर योजनाओं की राशि और आबंटन में बहुत बंदरबाट किया।अपात्रो का आज इंदिरा आवास के पक्के मकान मिल गए है।वास्तविक हितग्राही आज भी कच्चे मकान और झोपड़ियां में रहने को मजबूर हैं।
गरीबो के हक पर अमीरो ने डाला डाका
गरीबों को मिलने वाली आवास योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।जिले की खिरकिया विकासखंड की ग्राम पंचायत दीपगांव कलां मंे प्रधानमंत्री आवास योजनाओ में लोगो को आवास आबंटन में हेरा फेरी कर पात्र हितग्राहियों को कुटीर मिलने वाली थी।उन्हे न मिलकर ऐसे लोगो को कुटीर का फायदा मिला है।जो इसके लिए पात्र नही है।सूत्रों की माने तो करीब एक दर्जन से अधिक कुटीर ऐसे ही लोगो की बनी जो पात्र नही है।मकड़ाई समाचार की टीम इसकी जांच की तो बहुत सारे अपात्र लोगो कुटीर होने की बात आई।गरीबोे के हक पर अमीरो ने डाका डाल दिया है।
योजना के लिए अमीर बने फर्जी गरीब
ग्राम पंचायत दीपगांव कला में जिन अपात्र लोगो के पास प्रधानमंत्री कुटीर है। जो खुद साधन संपन्न है।इनमें से कई लोग ऐसे है। जिनके पास 4एकड़ से अधिक जमीन है।इसके साथ इन लोगो ने बैंको में भी फर्जी पावती लगाकर एक बैंक से लोन लेेने के बाद दूसरी बंैक से भी लोन ले लिया है।एक जमीन पर दो बैंको से लोन नही लिया जा सकता है।इसके बावजूद इनके पास दो केसीसी होना भी गलत है।इन दर्जन भर लोगो ने ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगो से सांठ-गांठ कर के गरीबो को मिलने वाली कुटीर में अपना नाम करा लिए है।इन लोगो के पास ऐशो आराम के सभी साधन होने के बाद गरीबो को मिलने वाली कुटीर इनके नाम पर है।अपात्रों को गरीबो का हक दिला दिया है।ग्राम पंचायत के जिम्मेदार की ऐसी मिली भगत से जो लोग गांव में वर्षो से बाहर चले गऐ थे उनके नाम पर भी कुटीर दे दी गई है।फर्जी गरीबों को कुटीर फायदा दिलाने वाले ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगो पर कार्यवाही होनी चाहिए।