ब्रेकिंग
हरदा: नदियों के उदगमों को संरक्षित करें, इनमें होती है भरपूर ऊर्जा: मंत्री प्रहलाद पटेल हरदा: खनिज के अवैध परिवहन में शामिल 3 डम्पर जप्त राणापुर जनपद पंचायत के नवीन सीईओ होंगे बलवान सिंह मवासे पंचायतों में जल संरक्षण एवं पौधारोपण के कार्य कराएं पंच सरपंच!  सरपंच पंचायत की आय बढ़ाएं और गांव म... Handia news : ईद उल अजहा : हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद, गले मिलकर दी बधाई! जलोदा: म.प्र.जन अभियान परिषद टिमरनी द्वारा मनाया गया ग्राम जलोदा मे बाबडी उत्सव, राजा जालंधर के द्वा... हरदा: उन्नत नस्ल दुधारू गाय हेतु पुरस्कार योजना के तहत पुरस्कार वितरण आज Aaj ka rashifal: आज दिनांक 7 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे हंडिया : खनिज के अवैध उत्खनन के मामले में 44.82 लाख रुपए का अर्थ दंड लगाने के आदेश जारी हरदा कलेक्टर श्री जैन ने की बड़ी कार्यवाही: खनिज के अवैध उत्खनन के मामले में 18.67 करोड़ रुपए का अर...

जल्द ईरान पर लागू होंगे अमरीकी प्रतिबंध, भारत पर भी मंडराएगा खतरा

वॉशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान के खिलाफ सभी अमरीकी प्रतिबंध 5 नवंबर से पूरी तरह लागू कर दिए जाएंगे। उन्होंने लेबनान के आतंकवादी समूह हिज्बुल्लाह पर कड़े प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर कर उसे कानून बना दिया। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम में कहा कि पांच नवंबर को ईरान के खिलाफ सभी प्रतिबंध फिर से पूरी तरह लागू कर दिए जाएंगे जिन्हें परमाणु समझौते के कारण हटा दिया गया था।

- Install Android App -

भारत पर भी होगा असर 
ईरान के साथ परमाणु समझौते से अलग होने के बाद ट्रंप ने सभी देशों से ईरान से तेल का आयात कम करने या प्रतिबंधों का सामना करने के लिए कहा। ईरान के तेल का सबसे बड़ा आयातक होने के नाते भारत भी अमरीकी प्रतिबंधों के दायरे में आया। इससे बचने के लिए भारत को या तो अमेरिका से छूट चाहिए होगी या ईरान से तेल का आयात बंद करना होगा।
ट्रंप ने कहा कि हम दुनिया में आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजक को सबसे खतरनाक हथियार बनाने नहीं देंगे। यह नहीं होगा। इससे पहले ट्रंप ने हिज्बुल्लाह इंटरनेशनल फाइनेंसिंग प्रिवेंशन एमेंडमेंट्स एक्ट पर हस्ताक्षर किए जिसमें हिज्बुल्लाह पर अतिरिक्त कड़े प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि हिज्बुल्लाह ने अमरीकी नागरिकों का अपहरण किया, उन्हें प्रताडि़त किया तथा उनकी हत्या की। इसमें 1983 में लेबनान के बेरुत में हमारे मरीन बैरकों पर हुआ क्रूर हमला शामिल है जिसमें 241 अमेरिकी मरीन, नाविक और सैनिक मारे गए तथा 128 अन्य अमेरिकी सेवा सदस्य घायल हो गए तथा एक लेबनानी नागरिक भी मारा गया। उन्होंने कहा कि फ्रैंच बैरकों के खिलाफ बमबारी में 58 फ्रेंच शांतिरक्षक और पांच लेबनानी नागरिक मारे गए। सैंडर्स ने बताया कि यह विधेयक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था से हिज्बुल्लाह को अलग-थलग करेगा और उसके वित्त पोषण को कम करेगा।