“Tractor” के पीछे के बड़े टायरों का उपयोग उसकी विशेषता, क्षमता, और काम के प्रकार के आधार पर किया जाता है। इन बड़े टायरों की कई कारण हैं, जो ट्रैक्टर के संचालन में महत्वपूर्ण होते हैं।
1. भूमि स्पर्श: ट्रैक्टर के पीछे के बड़े टायरों का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि ये भूमि से कम संपर्क में होते हैं। इससे उन्हें खेतों में संचालन करते समय भूमि पर कम दबाव होता है, जिससे फसलों की क्षति होती है कम होती है और खेत की भूमि को भी कम नुकसान होता है।
2. स्टेबिलिटी और सहारा: बड़े टायरों के कारण ट्रैक्टर का संरचना स्थिर रहता है और उसे अधिक स्थिरता मिलती है। इससे ट्रैक्टर किसान को खेतों में सहारा देता है, खासकर जब वह बड़े खेतों में काम कर रहा होता है या जब वायरमेंट और खाद्य सामग्री को लेकर भारी भरकम उठा रहा होता है।
3. अच्छी गति: बड़े टायरों के कारण ट्रैक्टर की गति में सुधार होता है। इससे किसान अधिक भूमि क्षेत्र को कम समय में कुल्हा सकता है, जिससे उसकी कामकाजी दक्षता में वृद्धि होती है और अधिक काम पूरा किया जा सकता है।
4. दरवाजों और बाड़ों की ऊचाई: बड़े टायरों के कारण ट्रैक्टर के नीचे की ऊचाई बढ़ती है, जिससे ट्रैक्टर किसी भी विघटना या अवस्था में अधिक स्थिर रहता है। इससे खेतों में चलने में और भी सुधार होता है और ट्रैक्टर को बाड़ों को आसानी से पार करने में मदद मिलती है।
5. खेतों की स्वर्गता की सुरक्षा: ट्रैक्टर के पीछे के बड़े टायरों की वजह से खेतों में चलने में कम चुराहट होती है और इससे खेतों की स्वर्गता की सुरक्षा होती है। बड़े टायरों के कारण ट्रैक्टर के चक्कर खेतों में गहरे नहीं जाते हैं, जिससे भूमि को नुकसान कम होता है और फसलों की बढ़ी सुरक्षा होती है।
6. यात्रा में कम आवाज: बड़े टायरों के कारण ट्रैक्टर की चालन में कम आवाज होता है, जिससे कामकाजी दक्षता में वृद्धि होती है और ट्रैक्टर चलते समय किसान को अधिक आराम मिलता है।
संक्षेप: ट्रैक्टर के पीछे के बड़े टायरों का उपयोग उसके संचालन में स्थिरता, सुरक्षा, और उच्च क्षमता के लिए किया जाता है। ये टायर ट्रैक्टर को खेतों में सहारा देते हैं, खेतों की स्वर्गता की सुरक्षा करते हैं, और भूमि को कम नुकसान पहुंचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इन टायरों के कारण ट्रैक्टर की गति में सुधार होता है और उसके संचालन में आसानी होती है।