मकड़ाई एक्सप्रेस झारखंड | गुमला में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है|एक एंबुलेंस चालक ने देर रात गुमला-रांची मुख्य मार्ग पर शव को गाड़ी से फेंक दिया और परिजनों को छोड़ कर फरार हो गया|महिला और एक बच्चा पूरी रात शव के साथ सुनसान सड़क पर बैठे रहे| सुबह होने पर सड़क किनारे सफेद कपड़ों में लिपटे शव के पास महिला व बच्चे को विलाप करता देख राहगीर रूकने लगे, लेकिन महिला व बच्चे कुछ बताने की स्थिति में नहीं थे|
सुबह अपने पिता के शव को ढूंढते हुए मृतक का बेटा देवबल लोहरा वहां पहुंचा|उसने बताया कि वो बसिया प्रखंड के टेंगरा बंधई टोली का रहने वाला है| उसके 70 वर्षीय पिता मोहन लोहरा बिहार के जहानाबाद में रह कर ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते थे| वहां 11 हजार केवी तार की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी| सिसई प्रखंड के लकेया निवासी दलाल बसंती देवी उनके पिता को वहां काम के लिए ले गई थी| उसने ही फोन कर उनको पिता की मौत की सूचना दी|
बसंती देवी ने बताया कि शव को एंबुलेंस से गांव भेजा जा रहा था, लेकिन एंबुलेंस चालक सिसई थाना क्षेत्र के रेडवा पुल के समीप उसे सड़क पर फेंक कर भाग गया हालांकि, वो लगातार फोन पर गुमराह करते हुए अलग-अलग जगह बता रही थी. लिहाजा रात भर शव को खोजते-खोजते सुबह हो गई|