Backwater 15 गांव हुए प्रभावित, तबाही का मंजर , लोग जान बचाकर भागे, सब कुछ पानी में बह गया, सरकार शीघ्र सर्वे कराए, तत्काल राहत राशि दे । विधायक डॉ. हीरालाल अलावा
मनावर पवन प्रजापत। नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर परियोजना पर पानी रोकने तथा बैक वाटर के कारण कई छोटे बडे गांव जल मग्न होकर खत्म हो गये है।साथ ही सरकार व प्रशासन द्वारा पांच दिन बाद भी न ही कोई राहत राशी दी ओर न ही कोई सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया है।बैक वाटर से 15 गांव के प्रभावित हजारों किसानों द्वारा सरकार व प्रशासन के रवैये से नाराज होकर धार रोड स्थित कृषि उपज अनाज मंडी विशाल धरना देकर राज्यपाल के नाम एसडीएम राहुल गुप्ता को ज्ञापन दिया गया। जयस राष्ट्रीय सरंक्षक विधायक डॉ हिरालाल अलावा के नेतृत्व सभी क्षेत्रों के बड़ी संख्या में मोजूत डूब प्रभावित के साथ बैलगाडी पर सवार होकर हाथों में तख्ती लेकर धरना स्थल से गांधी चौराहे तक जनआक्रोश रैली निकाली गई।
डॉ अलावा ने कहा ग्रामीणो द्वारा जो अचानक बैक वाटर का पानी गांव में घुसने से जो हानि हुई है उसके बारे में अपनी आपबीती को बया किया। इस अवसर पर विधायक डॉ हिरालाल अलावा ने कहा कि गत 16 सितम्बर को प्रदेश के ओंकारेश्वर बांध परियोजना से 22 गेट एक साथ खोलने के कारण नर्मदा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ने के कारण नदी के समीप लगे कई ग्राम में पानी भरा गया।वही बांध से पानी छोड़ने की सूचना भी प्रशासन द्वारा गांव में नही की गई । साथ ही सरदार सरोवर डेम में भी पानी रोकने के कारण कई गांव रात को ही जल मग्न हो गये साथ ही जो गांवो के घर डूब की सीमा में नही आते थे वह भी डूब गये। डॉ अलावा ने कहा कि बिना सूचना के बांधो का पानी अचानक छोड़ने के कारण गांव के लोग कुछ समझ पाते उसके पहले बैक वाटर के पानी ने घरों को अपने आघोष मे ले लिया।डॉ अलावा ने कहा बैक वाटर के कारण मनावर विधानसभा क्षेत्र के 20 गांव गोपालपुरा से लेकर गोगांवा तक गरीब किसान मजदूरो के मकान, अनाज, घरों में चना डालर, खाने रहने का सामान तथा पशु चारा सभी अचानक तेज रफ्तार से आये पानी के कारण जनता अपनी जान बचाये या सामान छोड़कर भाग गये।
पानी भरने के कारण सबसे ज्यादा नुकसान ग्राम
एकलबारा में हुआ है।डॉ अलावा ने कहा इस भयानक मंजर को मेने बहुत नजदीक से देखा व दिन रात प्रभावित ग्राम गोपालपुरा, गांगली, कवडी, एकलबारा, झछोदा, सेमल्दा पैरखङ, उरडना, शरीकपुरा, बड़ा बड़दा, मलनगाव, रतवा,पटवार सामजीपुरा, जलखेड़ा, सरसगांव, कोटड़ा, महापुर का दोरा किया गया।
लेकिन प्रदेश के मुखिया सीएम,धार जिले के प्रभारी मंत्री ने यहां आना तो तू दूर दो लाईन की सहानुभूति भी देना उचित नही समझा।
डॉ अलावा ने कहा कि नर्मदा नदी किनारे बसे सभी गांवों में तत्काल सर्वे किया कर खेतो में पककर तैयार खडी फसले, अनाज, खाने कि वस्तु,जरूरी सामान, बर्तन कपडे जो पानी में बह गये है। सभी का सर्वे सही तरीके से सर्वे कर राहत पैकेज जारी किया जावे। ।आज बड़ी संख्या में मोजूत पीड़ित अपनी आंखों में आंसू लिये सरकार को कोसते नजर आए ।
इस अवसर पर नर्मदा बचाओ आंदोलन के मुकेश भगोरिया सहीत कई महिला,पुरूष ने अपनी बाढ़ पीडा को सुनाया गया।ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष लोकेश पाटीदार,नगर अध्यक्ष ओम प्रकाश सोंलकी,कैलाश जाखड़, संदीप अग्रवाल,मुकेश श्रीधर पाटीदार,महेन्द्रसिंह पीपरीमान,सूरज जाट, राकेश जाट,पार्षद लक्ष्मी जाट,सुमित खटोड़,जयस तहसील प्रदेश अध्यक्ष रविराज बघेल,सुनील इस्के सहीत बड़ी संख्या में नागरिक मोजूत थे।