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नमक बनाने वाला तरस रहा है नमक के लिए – सूरज ब्रम्हे

देश मे 5 करोड़ मजदूर लगे है नमक बनाने में

मुंबई । नरेंद्र मोदी विचार मंच की दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे मुख्य राष्ट्रीय महासचिव एवं मानव अधिकार तथा सामाजिक न्याय आयोग के राष्ट्रीय संगठन महासचिव सूरज ब्रम्हे एवं महाकौशल प्रान्त के महामंत्री दिलीप भगत अधिवेशन से लौटते समय रास्ते मे दो बुजुर्ग दंपत्ति को समुन्द्र के पानी से भरी दोपहरी में नमक बनाते देखा तो उनसे मिलकर उनका हाल पूछते हुवे नमक बनाने की विधि और नमक से होने वाले आय के बारे में पूछा तो बुजुर्ग ने बताया कि समुन्द्र के पानी को एक सप्ताह तक क्यारी बनाकर रखते हैं। और एक सप्ताह बाद वह पानी नमक बन जाता है। हम उसे बाहर निकाल कर एकत्रित कर लेते हैं। और जब कोई एजेंट आता है तो उस नमक को एक रुपिया किलो के हिसाब से बेच देते है। इस तरह हम एक दिन में 100 किलो नमक एकत्रित करते हैं जो मात्र सौ रुपियों का होता है। इस तरह एक मजदूर रात-दिन काम करने के बाद भी मात्र 50 रुपिया रोज कमा पाता है।

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नरेंद्र मोदी विचार मंच के मुख्य राष्ट्रीय संयोजक एवं मानव अधिकार तथा सामाजिक न्याय आयोग के राष्ट्रीय संगठन महासचिव सूरज ब्रम्हे ने जब इस सम्बंध में सारी जानकारी एकत्रित की तो पता चला कि देश मे लगभग 5 करोड़ मजदूर समुन्द्र के पानी से नमक बनाने के कार्य मे लगा हुआ है। जो नमक ये मजदूर रात-दिन मेहनत करके बनाते हैं। उस नमक को एजेंट इनसे मात्र एक रुपिया किलो के हिसाब से खरीदता है। और उस नमक को किसी बड़ी कॉम्पनि को 5 से 7 रुपिया किलो बेचता है। और ओ बड़ी कॉम्पनि अपना लेबल लगाकर उसी नमक को 28 से 50 रुपिया किलो तक बाजार में बेच रहा है। इस तरह एजेंट और बड़ी कॉम्पनि मिलकर नमक बनाने वाले मजदूरों का शोषण कर रहें हैं।

मजदूरों ने बताया कि जब कोई प्राकृतिक आपदा से नमक नुकसान हो जाता है तो सरकार उस नुकसान का मुआवजा भी नही देती है। श्री ब्रम्हे ने कहा कि जो मजदूर रात-दिन मेहनत करके देश के हर व्यक्ति तक नमक पहुंचाता है वही मजदूर आज सरकार की लापरवाही एवं एजेंटों तथा बड़ी कॉम्पनि के शोषण के कारण नमक के लिए मोहताज है। कम मजदूरी मिलने से इन मजदूरों को अपने बच्चों को पालने-पोसने तथा लिखाने -पढ़ाने की चिंता समाई हुई है। नमक बनाने वाला मजदूर आज फटेहाल जीवन व्यतीत कर रहा है।

नरेंद्र मोदी विचार मंच के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव सूरज ब्रम्हे ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी से मांग की है कि समुन्द्र के पानी से नमक बनाने वाले मजदूरों से सरकार 5 से 10 रुपिया किलो नमक खरीदी करे साथ ही भारत सरकार अपना लेबल लगाकर बाजार में बिक्री करे जिससे नमक बनाने वाले मजदूरों को उनका सही मेहनताना मिल सके। और प्राकृतिक आपदा से नुकसान हुवे नमक का सहीं मुआवजा मजदूरों को दिया जाये।