ब्रेकिंग
Big breaking news: मध्यप्रदेश में सड़क हादसे में 9 की मौत, ट्राला ने ओमनी वाहन को कुचला, मृतकों में ... शिक्षक नाम को शर्मसार किया कलयुगी शिक्षक बेटों ने जमीन के टुकड़े के लिए  शिक्षक बेटों ने  पिता को का... हरदा: मूंग खरीदी की मांग, सोई हुई सरकार को जगाने किसान आक्रोश मोर्चा की आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल, ... हरदा: उपभोक्ता आयोग का आदेश: 7 किसानों को बैंकों द्वारा दिये जाऐंगे फसल बीमा राशि के 2.50 लाख रूपये टिमरनी :मूंग खरीदी के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी व्यापारियों से किसानों को मूंग के उच... सभी बच्चों का स्कूल में प्रवेश दिलाएं, कोई भी बच्चा स्कूल जाने से न छूटे: कलेक्टर श्री जैन ने शिक्षा... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 4 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे टिमरनी: आदिवासी सरपंच ने कलेक्टर से लगाई गुहार मुझसे बिच्छापुर के पूर्व सरपंच फर्जी काम कराने का बना... हरदा : आदिवासी परिवार के लोग जबरन खेत में कब्जा करने की कर रहे कोशिश, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर को शिका... हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने जनसुनवाई में सुनी नागरिकों की समस्याएं

निर्वस्त्र कर थाने मे मां-बेटी के पिटाई, आईजी को जांच के निर्देश

बिलासपुर। सिटी कोतवाली थाने में पुरुष कर्मचारियों के सामने मां-बेटी को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया। घायल मां-बेटी ने मंगलवार को अपनी पीड़ा जज को बताई। न्यायालय ने आइजी को मामले की उच्च अधिकारियों से जांच करा 26 अक्टूबर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जेल अधीक्षक को जख्मी मां-बेटी का उपचार जेल नियम के अनुसार कराने का आदेश दिया है।

सिटी कोतवाली पुलिस ने रविवार की रात संडे बाजार से कपड़ा चोरी करने के आरोप में जमशेदपुर झारखंड निवासी सपना मिश्रा पति स्व. सुधीर मिश्रा(60) और उसकी पुत्री मोना उर्फ सोनू मिश्रा(27) को हिरासत में लिया था। दोनों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर धारा 379, 34 के तहत गिरफ्तार कर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ताजुद्दीन आसिफ की अदालत में पेश किया।

- Install Android App -

अदालत में मां-बेटी ने थाने में उनके साथ हुए क्रूरता की कहानी बताई और अधिवक्ता के माध्यम से लिखित में आवेदन दिया। सपना मिश्रा ने अपने आवेदन में कहा कि एक महिला पुलिस कर्मी ने दोनों का कपड़ा उतरवा कर पुरुष कर्मचारियों के सामने ही क्रूरतापूर्वक पिटाई की और अपराध कबूल करने का दबाव बनाया। उसने बीपी की समस्या होने की बात कह डॉक्टर के पास ले जाने का निवेदन किया, लेकिन पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी।

उनके नाजुक अंग में भी प्रहार किया गया। न्यायालय ने पाया कि दोनों के शरीर में चोट लगी है और वे चलने में असमर्थ हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने आइजी को आरोपितों का चिकित्सा प्रमाण पत्र प्रेषित करते हुए किसी राजपत्रित अधिकारी से जांच करा 26 अक्टूबर 2018 को प्रतिवेदन पेश करने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा जेल अधीक्षक बिलासपुर को मां-बेटी की जेल नियम के अनुसार उचित उपचार करने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार पुत्री मोना मिश्रा ने भी मारपीट और खरीदे गया सामान व मोबाइल रख लिए जाने की शिकायत की है।