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पंचायत दर्पण ने खोली फर्जी मजदूर की पोल, एक किशोरी ने एक साल में कैसे की 500 से ज्यादा दिन मजदूरी, होगी जांच तो कई फर्जी मजदूर होंगे बेनकाब, निकलेगी लाखो की रिकवरी

खिरकिया विकास खण्ड के ग्राम गोमगॉव आमाखाल सहित आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में चले सचिवों के संरक्षण में फर्जी मजदूरी के मस्टरोल

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मकड़ाई समाचार हरदा खिरकिया। ग्राम पंचायतों में पिछले कार्यकाल सरपंच सचिवो ने अपने चहेतों को जमकर मलाई परोसी। इसके लिये ग्राम पंचायत के कुछ सरपंच सचिवों ने तो नियम कानून ताक में रखकर 14 पंद्रह वे वित्त की राशि का खुलकर दुरुपयोग किया। और लाखों रुपये की बंदरबाट की गई। हैरानी की बात तो यह है कि वर्ष में 365 दिन आते है लेकिन एक मजदूर ने तो सारे रिकार्ड तोड़ दिया और इतिहास बना डाला । पंचायत दर्पण जो कि आईना दिखाता है। उसके रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2018 में खिरकिया विकासखण्ड की ग्राम पंचायतो में उक्त किशोरी ने वर्ष के 502 दिन से अधिक दिन की मजदूरी का पैसा अपने खाते में डलवा चुकी है। मजदूरी का पैसा भी 200 रुपये प्रतिदिन से लेकर 400 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से डाला गया। यह सब कैसे हुआ और कब हुआ यह जांच का विषय है। सवाल यह भी उठता है कि उक्त किशोरी उस विकासखण्ड की भी नही है। फिर आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सचिव इतने क्यो मेहरबान हुए क्या उनका निजी स्वार्थ था। जो कि उन्होंने अपनी अपनी ग्राम पंचायतों में उसके फर्जी मस्टर रोल चलाकर लाखो रुपये उसके खाते में डाला। किशोरी ओर पर्दे के पीछे कौन लोग है जो शातिर दिमाक लगाकर कई ग्राम पंचायतों से पैसे डलवाते रहे। उन्हें इस बात की भनक भी नही रही कि कल यह पाप का घड़ा फूटेगा तब क्या होगा। इसके अलावा भी ओर भी कई ऐसे फर्जी जॉब कार्ड धारी मजदूर है जो एक साथ दो दो जगह से पैसा ले रहे थे। मनरेगा से ओर पंच परमेश्वर में से भी इसकी जांच होना चाहिए। जिला पंचायत सीईओ को ऐसे मामलो कि जांच टीम से जांच करवाना चाहिए। ताकि शासकीय राशि का दुरुपयोग होने से रुक सके।  पूर्व में मकड़ाई समाचार द्वारा इस बिषय को लेकर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित भी कराया था। लेकिन कोई ध्यान नही दिया गया। उम्मीद है कि जिला प्रशासन पुराना रिकार्ड देखकर जांच करे और अमानत में खयानत करने वालो पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाये।
इस संबंध में सचिव हेमंत जगताप से उनके मोबाइल नंबर पर दो से तीन बार कॉल किया गया लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया।

अगले अंक में देखिये किस किस ग्राम पंचायत में कब कब किया काम।