”पठान फिल्म को प्रदेश में प्रदर्शित नहीं होने दिया जाए” संत समाज ने की मांग
साधु-संत भी अब फिल्म पठान के विरोध में आ गए हैं और वे फिल्म को प्रदेश में प्रदर्शित नहीं होने देंगे। संत समाज ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा से मांग करते हुए कहा कि इस फिल्म को प्रदेश के किसी भी सिनेमा घर में प्रदर्शित नहीं होने दिया जाए।
मकड़ाई समाचार भोेपाल | राजधानी के टीटी नगर क्षेत्र में बुधवार को टीन शेड मां आदर्श नौ दुर्गा मंदिर में साधु-संतों की एक बैठक हुई। इसमें अखिल भारतीय संत समाज के प्रदेश प्रवक्ता महंत अनिलानंद ने कहा कि साधु-संत भगवा रंग के वस्त्र धारण करते हैं। भगवा रंग त्याग और तपस्या का प्रतीक है। उसी रंग के भौंडे कपड़े पहनकर फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के साथ नृत्य किया है। गाने के बोल बेशर्म रंग है। इससे सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि भगवा त्याग-तपस्या का रंग है। यह रंग भगवान के मंदिरों पर लहराने वाले ध्वज का है। इस रंग को देखकर हर सनातन धर्मी प्रणाम करता है और इस रंग को लेकर इस प्रकार का फिल्मांकन संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने फिल्म से यह गाना हटाने को कहा। बता दें कि इसके पूर्व आल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी, संस्कृति बचाओ मंच और मप्र उलेमा बोर्ड भी उक्त फिल्म पर आपत्ति दर्ज करा चुका है।
महंत ने कहा कि यदि इस तरह से भगवा रंग को अपमानित किया जाएगा तो साधु-संत सड़कों पर आकर इसका जवाब देंगे। हम फिल्म के निर्माता, निर्देशक सहित अभिनेता व अभिनेत्री को चेतावनी देना चाहते हैं कि सनातन धर्म को जो अपमानित करने का प्रयास करेगा, उसको साधु-संत एवं सनातन धर्म कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। सनातन धर्म के सभी लोगों से फिल्म पठान का बहिष्कार करने का आग्रह है।