राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बताया कि मार्च में पश्चिम बंगाल में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के साथ कथित संबंध रखने वाली 22 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया था। वह पाकिस्तान का एक व्हाट्सएप नंबर का इस्तेमाल कर रही थी। राज्य की राजधानी कोलकाता में शुक्रवार को एजेंसी ने सवाल-जवाब करने के लिए तानिया परवीन को हिरासत में लिया था। वह सोशल मैसेजिंग साइट पर कई समूहों से जुड़ी हुई थी।
उसे 19 मार्च को बशीरहाट जिले के बदुरिया पुलिस थाना क्षेत्राधिकार में पड़ने वाले बांग्लादेश के सीमावर्ती गांव मलयपुर में उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने मार्च में कहा था कि स्नातकोत्तर के प्रथम वर्ष की छात्रा परवीन फेसबुक और व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर भारतीय सैनिकों को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश कर रही थी।
पाकिस्तान में बैठे लश्कर के गुर्गों के साथ उसका सीधा संबंध स्थापित हो गया है। वह उनके साथ बातचीत करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल कर रही थी। एसटीएफ के महानिरीक्षक अजय कुमार नंद ने कहा कि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए हमें उससे पूछताछ करने की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि परवीन से सवाल-जवाब के पाद हमें इस मामले में आगे के सुराग मिल सकते हैं।
हाफिज सईद के नेतृत्व वाला आतंकी संगठन लश्कर साल 2008 में मुंबई में किए गए आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। भारत में सबसे घातक आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में इस संगठन की अहम भूमिका रही है। हाफिज सईद भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है। वह मूलरूप में इंजीनियर है और अरबी भाषा का प्रोफेसर भी रह चुका है।
अमेरिका ने दुनिया में ‘आंतकवाद के लिए जिम्मेदार’ लोगों की सूची में भी हाफिज का नाम शामिल किया है। उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा गया है। बावजूद इसके पाकिस्तान हाफिज सईद को आतंकी मानने से इनकार करता रहा है।