मकड़ाई समाचार श्योपुर-शिवपुरी-सोंईकलां। बारिश से श्योपुर व शिवपुरी में सैलाब आ गया है। सीप नदी ने ऐसा रौद्र रूप रखा कि सारे तटों को लांघकर पूरे शहर को अपनी जद में ले लिया। निचली बस्ती व नदी किनारे की कॉलोनियों में तो दो मंजिला मकान भी पानी में डूब गए। मेन बाजार से लेकर पाली हाईवे, शिवपुरी रोड और बड़ौदा रोड पर 8 से 10 फीट पानी हो गया। आधे शहर के बिजली खंबे पानी में समा गए। बिजली व्यवस्था और फिर मोबाइल नेटवर्क बंद हो गया। मोबाइल नेटवर्क रात दो बजे से बंद हो गया था। श्योपुर की एक लाख से ज्यादा की आबादी ने मकानों की छतों पर बैठकर दिन के 10 घंटे बारिश में भीगकर काटे। श्योपुर को जोड़ने वाले सभी सड़क मार्ग भी बंद हो गए, जिससे श्योपुर का सवाई माधौपुर, शिवपुरी, ग्वालियर और मुरैना से संपर्क कटा रहा। श्योपुर में कूनो, पार्वती, क्वारी, चंबल, अहेली, अमराल सहित अन्य सभी नदियों में तीन दिन से उफान आया हुआ है, लेकिन मंगलवार तड़के से पार्वती नदी ने ऐसा रौद्र रूप रखा कि खतरे के निशानों को लांघकर श्योपुर की किला बस्ती, पुल दरवाजा, गणेश बाजार, मेन बाजार के अलावा जयस्तंभ, पाली रोड, बड़ौदा रोड से लेकर शिवपुरी रोड तक नदी का पानी पहुंच गया। लोग परेशान रहे।
सोंई-बड़ौदा जलमग्न, 55 साल में नहीं आई ऐसी बाढ़
– जिला मुख्यालय से 10 किमी बसे सोंईकलां कस्बे में भी सीप नदी की बाढ़ ने तबाही मचा दी है। 55 साल बाद सीप नदी ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया है कि शिवपुरी-पाली हाईवे पर बना सोईं पुल पानी में 17 फीट नींचे डूब गया। मंगलवार तड़के से सीप नदी में उफान आना शुरू हुआ।
– सुबह 6 बजे ही 15 फीट से ज्यादा पानी पुल पर हो गया, जो धीरे-धीरे बढ़ता गया। सोंई बस स्टैंड की दुकानें व नदी किनारे बने मकान भी 12 से 15 फीट पानी में डूब गए। उधर पाली हाईवे पर ही सोंई की पुलिया पर 7 फीट और मानपुर रोड पर भी पानी भरने से रास्ते बंद हो गए। सोंई में भी बिजली व मोबाइल नेटवर्क दिनभर ठप रहने से लोगों की समस्या और बढ़ गई।
– उधर बड़ौदा कस्बे में भी हालत बद से बदतर हो गए। कस्बे के कई क्षेत्रों में 15 से 17 फीट तक पानी भर गया। बस स्टैंड पर बनी सभी दुकानें व एक मंजिला मकान को पानी में कहीं दिखाई ही नहीं दिए। – निचली बस्तियों में फंसे लोगों को वाहनों के टायर, खाली बर्तनों या जुगाड़ के अन्य तरीकों से बाहर निकाला। न इनके इतर मेवाड़ा, बहरावदा, मानपुर, ददूनी, ज्वालापुर, कराहल, सेसईपुरा आदि क्षेत्रों में भी बाढ़ ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित कर दिया है।
– सोईंकला सीप नदी पर 60 फीट चौड़ा और बीस फीट गहरा रोड पुल के पास रोड कट गया है। वहीं श्योपुर में रात दो बजे से मोबाइल का नेटवर्क बंद पड़ा है।
पुलिस, जिला प्रशासन, एनडीआरएफ केसाथ सेना की टीमों ने संभाला मोर्चा
बंजारा डैम क्षेत्र, किला बस्ती और पुल दरवाजा के अलावा निचली बस्तियों के तो दो मंजिला मकान पानी में डूब गए। इन बस्तियां में फंसे लोगों को निकालने के लिए पुलिस, जिला प्रशासन, एनडीआरएफ के साथ सेना की टीमें नाव व मोटरवोट लेकर तैनात रहीं। कमाल खेड़ली, बंजारा डैम क्षेत्र, मलपुरा से लेकर नागदा रोड पर फंसे हजारों लोगों तक तो मदद ही नहीं पहुंच पाई। लोगों ने एक दूसरे की मदद करकेमकानों में फंसे लोगों का निकालकर ऊंची जगहों पर पहुंचाया। पार्वती नदी केसाथ ही अमराल नदी में बाढ़ आ गई। अचानक आई इस बाढ़ से व्यापारियों की दुकानों में रखे करोड़ों का नुकसान हुआ है। श्योपुर पाली हाइवे पर सोईकलां पर सीप नदी पुल 1966 में बनकर तैयार हुआ था। जब नदी में पानी आया, तब पुल के ऊपर 2 फीट पानी हो गया था। अब 2021 में 15 से 17 फीट पानी हो गया है। आठ दिनों से झमाझम बारिश के चलते नदी फिर उफान आ गई है। सुबह 6 बजे से नदी पुल पर पानी 15 से 17 फीट ऊपर पहुंच गया।