ब्रेकिंग
हरदा: रिलाएबल सोसायटी ने आयोजित किया यूथ मीट :यूथ वॉइस के माध्यम से युवा स्वास्थ्य, नशाखोरी तथा भ्रष... घोर कलयुग हैवान दरिंदे भतीजे ने 80 साल की वृद्धा ( बड़ी मां) के साथ किया दुष्कर्म, पुलिस ने दस घंटे ... जोगा किले की दीवार पर खड़ा होकर युवक ले था सेल्फी, संतुलन बिगड़ने पर नर्मदा नदी में गिरा, एसडीईआरएफ ... हरदा में शतरंज प्रतियोगिता संपन्न , कलेक्टर जैन आये प्रथम ! हरदा : जिले में रिक्त 21 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 122 सहायिका के पदों पर होगी भर्ती सागर कलेक्टर की भ्रमित पोस्ट को लेकर केदार सिरोही ने लिखा आपत्ति पत्र, दिग्विजय सिंह ने केदार सिरोही... मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मारा छापा, 80 हजार किलो खाद पकड़ी, कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों में नच... Today News: मप्र आज का मौसम : रविवार को ग्वालियर, चंबल, सागर-रीवा सम्भाग में भारी बारिश का अलर्ट राजा रघुवंशी हत्याकांड मे नया मोड़ शनिवार रात एक प्रॉपर्टी ब्रोकर को एसआईटी ने पकड़ा! प्रॉपर्टी ब्रोकर... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 22 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे

पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से निधन

मकड़ाई समाचार अहमदाबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशुभाई पटेल का निधन हो गया है। वे 92 वर्ष के थे। हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हुआ है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। केशुभाई पटेल को बीते दिनों कोरोना संक्रमण हुआ था। हालांकि वे कोरोना को मात देने ने में कामयाब रहे थे। उनके बेटे ने बताया है कि उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन तभी से सेहत खराब ही थी। केशुभाई पटेल गुजरात के बडे़ नेता रहे। वे दो बार, 1995 और 1998 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि 2001 में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उनके इस्तीफा देने के बाद ही नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे और फिर 2014 में प्रधानमंत्री बने।

- Install Android App -

केशुभाई पटेल का जन्म 24 जुलाई 1928 का गुजरात के जूनागढ़ में हुआ था। वे शुरू से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे। इसके बाद जनसंघ और फिर भाजपा से जुड़े। हालांकि 2012 में भाजपा से खफा होकर उन्होंने नई पार्टी बना ली थी, जिसे गुजरात परिवर्तन नाम दिया था। यह पार्टी दो साल भी नहीं चली और 2014 लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने इसका भाजपा में विलय कर दिया था।