मकड़ाई समाचार भोपाल। मौसम बदलने का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ा है। 10 दिन पहले के मुकाबले सरकारी अस्पतालों में शिशु रोग विभाग की ओपीडी में करीब तीन गुना ज्यादा मरीज आ रहे हैं। यह सर्दी, जुकाम, बुखार, पेट दर्द, दस्त, पीलिया आदि बीमारियों से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा आंखों में एलर्जी के मरीज भी 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। चिकित्सकों ने सावधानी रखने की सलाह दी है।
हमीदिया अस्पताल के शिशु रोग विभाग के प्राध्यापक डा. राजेश टिक्कस ने बताया कि वातावरण में नमी की वजह से जीवाणुओं और विषाणुओं की संख्या बढ़ जाती है। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से वह जल्दी संक्रमित हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में सामान्य दिनों के मुकाबले इस समय करीब तीन गुना मरीज बढ़ गए हैं। इनमें करीब 10 प्रतिशत मरीजों को भर्ती भी करना पड़ रहा है।
इसी तरह से जेपी अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा अधिकारी डा. जेके चौरसिया ने बताया कि इमरजेंसी में करीब 150 मरीज आते हैं, इनमें 30 से 40 मरीज पेट दर्द, सर्दी जुकाम और बुखार वाले होते हैं।
आंख में संक्रमण, खुजली, जलन और फुंसी के मरीज बढ़े हैं। ओपीडी में जितने भी मरीज आते हैं, उनमें 25 प्रतिशत इन्हीं के होते हैं। लोगों को चाहिए कि वह गंदे हाथ से आंख को नहीं छुएं। पीने के स्वच्छ पानी से ही आंख धोएं।
– डा. भावना शर्मा, विभागाध्यक्ष, नेत्र रोग विभाग, एम्स
आंखें लाल होने के साथ ही खुजली और बिलोनी के मरीज सामान्य दिनों के मुकाबले दोगुने हुए हैं। आंखों में वर्षा का गंदा पानी जाने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। गंदा हाथ लगाने से भी संक्रमण हो रहा है।-
– डा. केके अग्रवाल, नेत्र रोग विशेषज्ञ
यह रखें सावधानी
-भीगने से बचें।
-आंखों में गंदे हाथ नहीं लगाएं।
– बिना चिकित्सक की सलाह के आई ड्राप का इस्तेमाल न करें।