नगरी प्रशासन मंत्री से जल्द मिलकर निगम सहायक आयुक्त को करवाउंगा गिरफ्तार-ठाकुर
सुमित महेंद्रकर बुरहानपुर। सामाजिक कार्यकर्ता ठा. प्रियांक सिंह ने जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर नगर निगम के सहायक आयुक्त मोहम्मद सलीम खान पर लगभग 20 लाख रुपये के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप लगाया एवं जांच कमेटी गठित कर उक्त आरोप की निष्पक्ष जांच करने का निवेदन किया।
जब तक जांच रिपोर्ट ना आ जाए आरोपित अधिकारी को कार्य मुक्त रखा जाए जिससे जांच प्रभावित ना हो सके। जांच पूर्ण होने तक आरोपित अगर रिटायर हो जाता है तो उनके रिटायरमेंट फंड पर रोक लगे एवं न्यूनतम एंटीसिपेटरी पेंशन ही आहरित हो सके ताकि अगर भ्रष्टाचार सिद्ध होता है तो सरकारी राशि की वसूली की जा सके।
मीडिया से बातचीत में आरटीआई द्वारा प्राप्त समस्त दस्तावेजों को बताते हुए ठा. प्रियांक सिंह ने कहा लगभग 20 लाख की वॉल पेंटिंग चित्रकारी निगम द्वारा शहर में बगैर ई-टेंडर के करवाई गई है। नगरीय प्रशासन नियमानुसार 1 लाख से ऊपर के कार्यों में ई-टेंडर आवश्यक होता है, इस प्रक्रिया से बचते हुए सहायक आयुक्त ने समस्त कार्यों को पृथक-पृथक करके अनुमानित राशि एक लाख से कम दर्शाकर अपने मनपसंद खंडवा के रिश्तेदार ठेकेदार को बगैर प्रेस विज्ञप्ति एवं ई-टेंडर के ठेका दिया। एक ही दिन में 2-3 कार्यों की नोटशीट भी तैयार कर ली, समस्त कोटेशन भी प्राप्त कर लिए एवं पेमेंट भी कर दिया।
इसके अतिरिक्त वॉल पेंटिंग के कार्यों के कुल 63 कोटेशन खंडवा-बुरहानपुर से प्राप्त हुए।
ठा. प्रियांक सिंह ने समस्त कोटेशनो को डमी बताते हुए कहा की सभी कोटेशनो की हस्तलिपि एक समान है, कोई बच्चा भी समस्त कोटेशन देखकर बता देगा यह किसी एक व्यक्ति द्वारा ही फर्जी बनाए गए हैं, ताकि भ्रष्टाचार किया जा सके। हैंडराइटिंग एक्सपर्ट द्वारा सभी की जांच होना चाहिए।
ठा. प्रियांक सिंह ने कहा अगर सभी कार्य एक ही समयावधि में करवाए गए थे तो सहायक आयुक्त ने पारदर्शिता के साथ ई टेंडर क्यों नहीं निकाला। कलेक्टर बुरहानपुर के अतिरिक्त नवीन नगर निगम कमिश्नर एस.के. सिंह को भी इस भ्रष्टाचार से अवगत करवाया है एवं जल्द ही मुख्यमंत्री व नगरी प्रशासन मंत्री से मिलकर आरोपित सहायक आयुक्त के विरुद्ध एफ आई आर एवं गिरफ्तारी की मांग रखेंगे।