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बुलंदशहर हिंसा के चश्मदीद गवाह मुकेश का दावा- ‘इंस्पेक्टर सुबोध ने चलाई थी सुमित पर गोली’

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के कत्ल का चश्मदीद गवाह बने चाय वाले मुकेश ने मीडिया कर्मियों को बताया कि कोतवाल साहब मुझको जानते थे। पुलिस ने चश्मदीद के बयान के आधार पर ही इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मुख्य आरोपी प्रशांत नट को गिरफ्तार किया था। मुकेश ने यह दावा भी किया कि पहले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने मृतक सुमित को गोली मारी थी, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था।हिंसा के सवाल पर उसने बताया कि पुलिस चौकी के सामने कोतवाल साहब की ठोड़ी फूट चुकी थी। वहां पर रेत का ट्राला खड़ा हुआ था। कोतवाल साहब ट्राले के पास आए थे। मैं भी ट्राले की औट में खड़ा था। चारों ओर से पथराव चल रहा था। वह कोतवाल साहब को अपने गांव की तरफ ले जा रहा था तभी सुमित ने रोड़ा मारा। रोड़ा कोतवाल साहब को लगा। कोतवाल साहब ने रोड़ा मारा तो वह किसी ओर को लगा।

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कोतवाल साहब को मैं अपने गांव की ओर ला रहा था। वहां एक नाली पड़ती है, जहां सुमित सबसे आगे पथराव कर रहा था, नाली कूदते समय ही कोतवाल साहब ने सुमित को गोली मार दी। सुमित मौके पर वहीं गिर गया। दीवार के पीछे से प्रशांत आया और उसने कोतवाल साहब को पीछे से गोली मार दी। जिसके बाद भीड़ टूट पड़ी और पब्लिक ने कोतवाल साहब को पत्थर और लठों से मारना शुरू कर दिया। मारने के बाद जब कोतवाल साहब नीचे गिर गए तो प्रशांत ने पिस्टल छीनी और कोतवाल साहब को गोली मार दी। प्रशांत ने उसके सामने पिस्टल छीनी थी और वहीं गिरा दी। फिर मैं अपने गांव चला गया। मुकेश घटना स्थल के पास चाय की दुकान चलाता है।