सरकार ने देश की संस्कृति सुरक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर भ्रामक तथ्यों से देश की छबि खराब कर रहे सोशलमीडिया प्लेटफार्म पर कठोर कार्यवाही की है। भारत सरकार ने 104 यूटयूब चैनल और 6 बेवसाइट के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर उन्हें बंद कर दिया है। इन पर कई संगीन आरोप हैं।
मकड़ाई समाचार दिल्ली। भारत सरकार देश के खिलाफ मुहिम चलाने वाले व समाज में भ्रम और भय फैलाने के मामले में आईटी कानून की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की है।केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कहा कि देश के खिलाफ मुहिम चलाने वाले और समाज में भ्रम और भय फैलाने को लेकर यूट्यूब के 104चैनल के साथ ही ट्विटर के 5 अकाउंट और 6 वेबसाइट के खिलाफ आईटी एक्ट कानून के तहत कार्यवाही की गई है।भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सभा में प्रश्नकाल के के दौरान पूछेे गए सवालों के जवाब में यह जानकारी दी।
अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में जवाब देते हुए बताया कि 45 वीडियो, फेसबुक के 4 अकाउंट, इंस्टाग्राम के 3 और ट्वीटर के 5 अकाउंट के खिलाफ भी कार्यवाही की गई है और इसके साथ ही दो ऐप को भी प्रतिबंधित किया गया है।ऐसे मामलों में भारत सरकार संबंधित एजेंसीज को पत्र लिखती है और वही कार्यवाही करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसे कई मामलों में कार्यवाही की है और जरूरत पड़ने पर आगे भी कार्यवाही जारी रखेगी।भारत सरकार ने यूट्यूब से फर्जी खबरें प्रसारित कर रहे 3 चैनलों को हटाने के निर्देश दिए है। इनमें आज तक लाइव, न्यूज़ हेडलाइंस और सरकार अपडेट्स नामक यह चैनल सरकारी योजनाओं से जुड़ी झूठी और भ्रामक खबरें चला रहे थे। यह चैनल विज्ञापन और फर्जी खबरों से पैसे भी बना रहे थे। तीनों चैनल के कुल 33 लाख सब्सक्राईबर है और इनके वीडियो को 30 करोड़ बार देखा गया है। पीआईबी की तरफ से इन चौनलों का पर्दाफाश किया गया था और यह भी स्पष्ट किया गया है कि आज तक लाइव यूट्यूब चैनल इंडिया टुडे ग्रुप समूह से जुड़ा नहीं है।