मकड़ाई समाचार भोपाल। मंत्रालय में पदस्थ एक ठेका कर्मचारी ने आलीराजपुर में पदस्थ तीन नर्सों का स्थानांतरण इंदौर और बालाघाट कराने के नाम पर चार लाख रुपये लेने का मामला सामने आया है। आरोपित ने मंत्रालय में पदस्थ होने के कारण अधिकारियों से अच्छे संबंध होने और आसानी से स्थानांतरण कराने का झांसा दिया था। फरियादी महिलाओं ने राशि आरोपित के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की थी। नर्सों की शिकायत पर साइबर सेल भोपाल ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
साइबर सेल निरीक्षक अशोक मरावी ने बताया कि 35 वर्षीय विलोरिया भंवर जनजातीय क्षेत्र आलीराजपुर में नर्स है। उसके साथ दो अन्य युवतियां भी आलीराजपुर जिले में अलग-अलग स्थानों पर नर्स हैं। विलोरिया अपना स्थांतरण इंदौर कराना चाह रही थी, इसके लिए वह प्रयासरत थी। इसकी जानकारी मिलते ही सिवनी जिले की दो युवतियां जो आलीराजपुर में पदस्थ हैं, उन्होंने भी कहा कि मेरा भी स्थानांतरण बालाघाट कराने का प्रयास करो।
आरोपित राजेंद्र गिन्नारे वर्षों पहले इंदौर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। इसी दौरान विलोरिया भंवर से उसका परिचय था। दोनों में कभी-कभार फोन पर बात हो जाती थी। नर्स ने राजेंद्र गिन्नारे से संपर्क किया कि तुम मंत्रालय में पदस्थ हो, कुछ संपर्क बताओ। गिन्नारे ने कहा कि मंत्रालय में पदस्थ होने के कारण विभागीय अधिकारियों के साथ नेताओं से भी उसके अच्छे संपर्क हैं। इसलिए वह स्थानांतरण करा देगा। जून माह में तीनों नर्सों के स्थानांतरण का सौदा गिन्नारे ने 4 लाख रुपये में किया। तीनों युवतियों ने चार लाख रुपये गिन्नारे के खाते में जून महीने में आनलाइन ट्रांसफर कर दिए। स्थानांतरण नहीं होने पर युवतियों ने अपने पैसे मांगने शुरू कर दिए, लेकिन आरोपित ने ने पैसे भी नहीं लौटाए। इसके बाद युवतियों ने सितंबर 2021 में साइबर सेल में शिकायत की। जांच के बाद साइबर सेल ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।