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मंत्री अफसर को बोले संदूक खोलो, निकला कुछ ऐसा कि सभी के उड़ गए होश

भोपाल: नोटबंदी हुए दो साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी तक पुराने नोटों के मिलने का सिलसिला जारी है। अब नए नवेले राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के चुनाव क्षेत्र सुरखी में एक बड़ी गड़बड़ी से पर्दा उठा है। सुरखी की जैसीनगर तहसील दफ्तर में एसडीएम केक खरे के निरीक्षण में बंद हो चुके 500 और 1000 के नोट मिले हैं। साथ कई अहम दस्तावेज भी मिले है।

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ये है पूरा मामला
दरअसल, एसडीएम केक खरे मंत्री राजपूत के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने जैसीनगर तहसील आए थे। इस दौरान उन्होंने तहसील का अचानक निरीक्षण भी किया। दफ्तर में एक लकड़ी का संदूक रखा दिखाई दिया। उन्होंने वहां मौजूद अफसर से इस संदूक को खोलने के लिए कहा। जब संदूक को खोला गया तो वहां सभी लोगों की आंखें फटी रह गईं। बंद पेटी में नोटबंदी के दौरान बंद हुए पांच सौ रुपए के 21 नोट, कई हजार रुपये के नए नोट, तहसीलदार की सील, स्टाम्प पेपर, कई मामलों से जुड़े प्रकरणों के कागज, गरीबी रेखा के परमिट, कृषि बंदी सहित एक गददी नुमा तकिया था।

पहले भी आए हैं शिकायत के कई मामले सामने
तकिया फाड़ने पर उसमें से भी बंद हुए 500 के पुराने नोट बरामद हुए जो किसी प्रकरण के कागजों से लिपटे हुए थे। दिलचस्प बात यह हैं कि पिछले लगभग 15 वर्षो से यहां कार्यरत अर्जीनवीस रवि दुबे की शिकायतों के कई मामले सामने आते रहे हैं। स्वयं राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत के लगभग 10 दिन पहले दिए गए आदेश के अनुसार रवि दुबे का तहसील आना बंद था। इसके बावजूद भी उस पर अभी तक कोई कार्रवाई अधिकारियों के द्वारा नही की गई। स्वयं तहसीलदार की आंखों की सामने हो रहे इस तरह के फर्जीवाड़े की भनक तहसीलदार को ना लगना और रवि दुबे पर उचित कार्रवाई ना होना इस मामले में भी अधिकारियों की मिली भगत की ओर इशारा करती हैं।