मकड़ाई समाचार मंदसौर/पिपलियामंडी। पिपलियामंडी में जहरीली शराब पीने के बाद एक महिला की भी आंखों की रोशनी चली गई है। 24 अप्रैल को महिला के पड़ोसी ने पिपलियामंडी के ठेके से देशी शराब का क्वार्टर लाकर दिया था। उसे पीने के बाद तबीयत बिगड़ी तो स्वजन पहले जिला चिकित्सालय और फिर उदयपुर ले गए थे। महिला ठीक तो हो गई पर आंखों की रोशनी चली गई है। सोमवार को पुलिस ने महिला के बयान रिकार्ड पर लिए हैं। इस पूरे मामले में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। आठ आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। तीन अभी भी फरार हैं।
जहरीली शराब से पीड़ितों के मामले धीरे-धीरे बाहर आ रहे हैं। अयोध्या बस्ती में देवरा गली निवासी 27 वर्षीय माया पत्नी महावीरदास ने भी 24 जुलाई को देशी शराब का क्वार्टर लिया था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। स्वजन पहले स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए। यहां से मंदसौर जिला चिकित्सालय भेजा गया। वहां भी राहत नहीं मिली तो उदयपुर ले गए। तीन-चार दिन उदयपुर में उपचार होने के बाद तबीयत तो सुधर गई, मगर आंखों की रोशनी पूरी तरह चली गई।
महिला के घर आने की सूचना मिलने पर सोमवार को पुलिसकर्मियों ने महिला के घर जाकर पूछताछ की। पुलिस के दिए बयान में माया ने बताया कि पड़ोसी से देशी शराब का क्वार्टर मंगाया था। पड़ोसी शराब ठेके से ही शराब लेकर आया था। शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी। मल्हारगढ़ ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने महिला के स्वजनों से चर्चा की। शर्मा ने बताया कि महिला के एक पांच व एक ढाई वर्ष का बालक है तथा 10 माह की छोटी बालिका है। एसडीएम रोशनी पाटीदार से चर्चा कर पीड़ित की मदद करने की मांग की है।
लोग मरने लगे तो 18 पेटी जलाकर नष्ट कर दी
एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि इस पूरे मामले में अभी तक जो तथ्य पुलिस ने जुटाए हैं, उसके अनुसार जहरीली शराब प्रतापगढ़ जिले के डाबरा ग्राम निवासी राजेंद्रसिंह ने तैयार की थी। उसने 24 पेटी जहरीली शराब पिपलियामंडी के जितेंद्रसिंह को दी थी। जितेंद्रसिंह ने ही गांवों व अन्य जगह यह शराब बांटी थी। पुलिस द्वारा अभी तक पकड़े गए आठ आरोपितों से ही ये बातें पता चल रही हैं। जितेंद्रसिंह ने जयपाल के माध्यम से दो पेटी पिंटूसिंह को दी थी। फिर बची हुई 22 पेटी महेंद्रसिंह को दी। उसने लाला को दी थी।
इधर ग्राम खंखराई व आसपास के गांवों में 21 जुलाई से लोग बीमार होने लगे तो इन्हें समझ में आ गई कि शराब में कुछ गड़बड़ है। तब वापस एकत्र करने गए तो 18 पेटी शराब मिल गई। इसे तो जलाकर नष्ट कर दिया गया। उसके अवशेष भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।
बाकी की छह पेटी या उससे भी कम शराब बिक चुकी थी। इसमें आठ लोग मर गए थे और लगभग 10-12 बीमार हुए है। इस संबंध में कई गिरफ्तारियां भी हमने कर ली हैं। आठ लोगों की गिरफ्तारी अब तक की जा चुकी है, शेष जो आरोपित हैं, उनकी भी गिरफ्तारी जल्द कर लेंगे। प्रतापगढ़ जिले के ग्राम डाबरा का राजेंद्रसिंह फरार है। उसके मिलते ही शराब कहां बनाई गई थी, इसका भी खुलासा हो जाएगा।