मकड़ाई समाचार भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे फिर रफ्तार पकड़ रहा है। मंगलवार को प्रदेशभर में कोरोना के 216 नए मरीज मिले हैं। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी 7592 सैंपलों की जांच रिपोर्ट में इतने मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। संक्रमण दर 2.84 फीसदी रही। विगत एक मार्च के बाद पहली बार रोज मिलने वाले कोरोना मरीजों का आंकड़ा 200 के पार हुआ है। प्रदेश में इन दिनों कोरोना के जितने भी मरीज मिल रहे हैं उनमें से 50% से ज्यादा सिर्फ इंदौर और भोपाल के होते हैं। इंदौर में तो संक्रमण दर 20% के करीब पहुंच रही है। मंगलवार को प्रदेश में मिले 216 मरीजों में से 90 मरीज इंदौर और 47 भोपाल में मिले हैं। यानी कुल मरीजों में 77% इन दोनों जिलों के है। दोनों जगह ज्यादा मरीज मिलने की वजह यह भी है कि यहां रोज 500 से ज्यादा सैंपलों की जांच हो रही है।
उधर, राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया भी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने स्वयं इस बात की पुष्टि करते हुए अपने संपर्क में आए लोगों से भी जांच कराने की अपील की है। कलेक्टर लवानिया ने कहा कि स्वास्थ्य गड़बड़ लग रहा था। हेल्थ चेकअप के साथ कोरोना जांच करवाई तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। इस वजह से मैंने स्वयं को होम क्वारंटाइन कर लिया है। मैं अपील करता हूँ कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं वह भी अपने स्वास्थ्य की जांच करवा लें और समय पर दवाइयां ले लें। उधर यह भी बताया जा रहा हैे कि एडीएम संदीप केरकेट्टा कोरोना पाजिटिव हो गए हैं।
मंगलवार को प्रदेश में 178 मरीज कोरोना संक्रमण से उबरने में कामयाब रहे। नए मरीजों के साथ ही प्रदेश में अब कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 1283 हो गई है। नए रोगियों में 155 को दोनों और दो को कोरोनारोधी टीका की सिर्फ एक डोज लगी थी। अधिकारियों ने बताया कि सक्रिय मरीजों में से 31 रोगी अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश के 52 जिलों में से मंगलवार को सिर्फ 44 जिलों में ही कोरोना की जांच की गई। हर दिन लगभग यही स्थिति रहती है। विशेषज्ञों ने कहा कि अगर जांचों की संख्या बढ़ाई जाए तो मरीज और बढ़ेंगे। बता दे कि प्रदेश हर दिन 25,000 सैंपल लेकर आरटी पीसीआर जांच करने के निर्देश है, पर इस पर अमल नहीं हो रहा है।