मनरेगा में गजब का खेल ! जेल में बंद व्यक्ति के नाम पर करप्शन, फर्जी मस्टररोल भरकर डकार गए राशि, किसको मिला कितना कमीशन ?
सरपंच के द्वारा अपने रिश्तेदारों के फर्जी नाम मस्टररोल में भरकर शासकीय राशि किया गबन
मुंगेली। वैसे तो मनरेगा में गड़बड़ी की शिकायत आम बात सी हो गई है, लेकिन गड़बड़ी करने वाले अगर खुलेआम सिस्टम को ही चुनौती देने लगे तो सिस्टम में बैठे लोगों के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठना लाजमी है। ऐसा ही एक मामला मुंगेली के देवरी(क) पंचायत में देखने को मिला है। जहां जेल में बंदी के रूप में बंद व्यक्ति का मनरेगा में फर्जी हाजिरी भरकर राशि गबन करने का मामला सामने आया है। कैदी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर हजारों रुपये गबन करने का आऱोप लगाया गया है। इसके अलावा पंचायत ने कई कारनामे किए हैं।
यही नहीं यहां के सरपंच सचिव व रोजगार सहायक के विरुद्ध मनरेगा से लेकर पीडीएस, पेंशन सहित कई बिंदुओं पर शिकायत हुई है। शिकायतों के साथ दस्तावेजों का पुलिंदा जिम्मेदार अधिकारियों को सौंपा गया है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होने का आरोप शिकायतकर्ताओं ने लगाया है।
यह है पूरा मामला
ग्राम पंचायत देवरी(क) के उपसरपंच और पंचों ने एसडीएम कार्यालय से लेकर कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराई है कि सरपंच ,सचिव एवं रोजगार सहायक द्वारा लाखों रुपये गबन किया गया है। शिकायत में जिन बिंदुओं का हवाला दिया गया है, उसमें कहा गया है कि सरपंच के द्वारा अपने रिश्तेदारों के फर्जी नाम मस्टररोल में भरकर शासकीय राशि गबन किया गया है।
इतना ही नहीं केंद्रीय जेल बिलासपुर में बंदी देवेंद्र यादव जो आज तक बंदी है। उनके नाम पर फर्जी मस्टररोल भरकर राशि गबन किया गया है। इसके साथ ही बोर खनन एवं पॉवर पंप में कम गहराई खोदवाकर अधिक गहरा का बिल प्रस्तुत किया गया है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि सरपंच की सास 70 वर्ष से भी अधिक है, जिसे विधवा पेंशन भी मिलता है। उनके नाम से वृक्षारोपण कार्य गौठान परिसर में असहाय पेंशन धारी के नाम से मस्टररोल भरकर 60 हजार से अधिक की राशि गबन किया गया।
पीडीएस में भी गड़बड़ी का आरोप
शिकायतकर्ताओं ने शिकायत में यह भी कहा है कि ग्राम पंचायत के द्वारा पीडीएस दुकान का संचालन किया जा रहा है, जिसमें पंचायत को सोसायटी से खाद्यान वितरण से आय एवं सोसायटी से संपूर्ण लाभांश राशि को पंचायत बैठक में पंचों को राशि का हिसाब पूछने पर नहीं दिया जाता है। न ही रिकार्ड में उल्लेख किया जाता है, याने मनमानी तरीके से सोयायटी संचालन की शिकायत की गई है।
इसके अलावा 2022 में अक्टूबर एव नवंबर माह का एक साथ अतिरिक्त खाद्यान्न दिया गया, उसमें भी विक्रेता द्वारा मिलीभगत कर सरपंच द्वारा राशन गबन किया। वहीं लॉकडाउन के समय प्रवासी मजदूरों के रहने, ठहरने और भोजन व्यवस्था के नाम पर भी राशि का गबन करने का जिक्र शिकायत में है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इन तमाम बिंदुओं पर लिखित शिकायत दर्ज कराए जाने के बावजूद जांच के नाम पर मामला लटका हुआ है। कार्रवाई नहीं हो रही है।
सीईओ ने कहा जांच जारी है, कार्रवाई होगी
मुंगेली जनपद के मुख्य कार्य पालन अधिकारी प्रीति पवार ने कहा है कि मामले की शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत के जांच के लिए समिति भी बनाई गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।