एक महिला कांस्टेबल की काली करतूत और धोखाधड़ी का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शिवाजी कॉलोनी थाने में तैनात एक महिला कांस्टेबल ने 20 वर्षीय आईटीआई के छात्र को लिव-इन का झांसा देकर पांच लाख रुपये की रंगदारी की और उससे शादी कर ली।
हालांकि महिला कांस्टेबल ने युवक को यह नहीं बताया कि वह पहले से शादीशुदा है और एक बच्चे की मां है। अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने महिला के खिलाफ नगर थाने में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।
बता दें कि ये पूरा मामला हरियाणा के रोहतक का है। जानकारी के मुताबिक रोहतक के सुनारिया गांव में रहने वाले लड़के की मां ने सिटी थाने में मामला दर्ज कराया था। महिला अक्टूबर 2021 में अपने बेटे के साथ शिवाजी कॉलोनी थाने में एक मामले की सुनवाई के लिए गई थी। जहां महिला कांस्टेबल दया रानी ने युवक का नंबर लिया और उसके बाद उसके प्रेम प्रसंग शुरू हो गए।
आरोप है कि महिला आरक्षक ने मार्च में शहर थाना क्षेत्र से उसके बेटे का अपहरण भी किया था। युवक की बाइक को भी कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी, जबकि सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंप दिया।
युवक की मां के मुताबिक जब छात्रा ने चौकी प्रभारी से शिकायत की तो उसने पीड़िता पर समझौता करने का दबाव बनाया, जिससे उसे समझौता करना पड़ा। इसके बाद भी आरोपी महिला आरक्षक युवक को मैसेज कर रही थी कि ‘जिस तरह उसने अपनी बाइक गायब कर दी, उसे और उसकी मां को भी गायब कर देगा।
इतना ही नहीं आरोपी महिला आरक्षक ने गांव का घर बेचकर युवक से पांच लाख रुपये भी लिए और फिर अपने साथ घर के जेवर भी ले गए। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 29 अक्टूबर 2021 को महिला कांस्टेबल से हुई थी और तब तक युवक को पता नहीं चला कि वह पहले से शादीशुदा है।
युवक का कहना है कि वह उस मामले के सिलसिले में थाने गया था, जहां महिला आरक्षक ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया था। इसके बाद आरोपित महिला आरक्षक उससे बात करने लगी। पीड़िता ने बताया कि महिला कांस्टेबल न सिर्फ पहले से शादीशुदा है, बल्कि उसका 10 साल का एक बेटा भी है।
आरोप है कि महिला आरक्षक ने युवक को आधार कार्ड देकर उसमें उम्र बढ़ाने की बात कही। इसके बाद कोर्ट लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के लिए बनवाए गए कागजात कराएगा। इसके बाद महिला कांस्टेबल युवक के घर आने लगी। उसने युवक के परिवार वालों को बताया कि वह कुंवारी है और छात्र से शादी करना चाहती है।
इस मामले को लेकर डीएसपी डॉ रविंदर ने बताया कि पुलिस ने आरोपी महिला आरक्षक को एक दिन के रिमांड पर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
साथ ही एसपी उदय सिंह मीणा ने आरोपी आरक्षक को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। एसपी ने बताया कि यह मामला पुलिस के संज्ञान में आते ही विभाग ने महिला आरक्षक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़ित छात्र को न्याय दिलाया।