मकड़ाई समाचार महू। पिगडंबर में भारतीय जनता पार्टी के नेता उदल सिंह चौहान के बेटे सुजीत चौहान की हत्या के बाद प्रशासन द्वारा कार्रवाई लगातार जारी है। गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे से ही प्रशासन ने पुलिस बल के साथ गुर्जर खेड़ा पहुंचकर आरोपितों के मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान 6 जेसीबी मशीनों के द्वारा करीब इतने ही मकान और दुकानें तोड़ी गई। प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक करीब 35000 वर्ग फीट की जगह इनके कब्जे से मुक्त कराई गई है, जिसकी कीमत करीब दस करोड़ रुपये बताई जा रही है।
आरोपितों के घर तोड़ने की कार्रवाई की कार्य योजना बुधवार रात को ही बना ली गई थी। एसडीएम अक्षत जैन ने महू छावनी परिषद सहित आस पास की नगर पालिकाओं को सुबह 5:30 बजे जेसीबी मशीनें लेकर आने के लिए कहा था। कार्रवाई करीब 6:15 बजे शुरू हुई सबसे पहले मुख्य आरोपी लोकेश वर्मा उर्फ राजा का घर तोड़ा गया। इसके बाद आरोपियों से संबंधित दूसरे भवनों को भी तोड़ा गया। सबसे ज्यादा चर्चा रही 7 आरोपियों में से एक राकेश वर्मा उर्फ डान की। डान इस इलाके का कुख्यात बदमाश है। जो अवैध शराब बेचने और सुअर पालने का व्यापार करता है। उसके खिलाफ कोई दूसरे मामले भी दर्ज हैं। पुलिस ने शमशान रोड स्थित उसके मकान को जेसीबी से तोड़ दिया। इस दौरान घर में मौजूद सदस्य चुपचाप बाहर आ गए और घर का सामान अंदर ही रह गया।
इसके बाद प्रशासन ने कुछ ही दूर स्थित रक्षा संपदा विभाग की एक जमीन को भी दान के अतिक्रमण से मुक्त कराया। 15000 वर्ग फीट की जमीन पर एक शादी गार्डन बनाया गया था। पुलिस डान अवैध शराब के काम काज को भी खत्म कर रही है। प्रशासन के मुताबिक डान की दूसरी संपत्तियां भी देखी जा रही हैं। जहां-जहां आरोपितों और उनके परिवार ने अवैध कब्जे उन्हें हटाया जाएगा।
इससे कुछ दूर पिगडंबर में शोक और गुस्से से भरा माहौल है जहां बुधवार को हुए विवाद में मृत 20 साल के सुजीत सिंह चौहान की अंत्येष्टि हो रही है। यहां भी काफी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। सुजीत के पिता उदल सिंह चौहान भाजपा के स्थानीय नेता हैं और फिलहाल मंडल अध्यक्ष के पद पर हैं। संतुष्टि में बहुत से भारतीय जनता पार्टी के नेता भी पहुंचे हैं। चौहान परिवार के लोगों में आरोपियों को लेकर खासा गुस्सा है। उनके मुताबिक पुलिस को जल्द से जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी करनी होगी। अंत्येष्टि की तस्वीरें खींचना यहां प्रतिबंधित किया गया है पुलिस भी ऐसा नहीं करने के लिए कह रही है।