राजधानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक बड़ी गुजारिश की है। उन्होंने पीएम मोदी से मुसलमानों के मन की बात सुनने की अपील की है।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 नई दिल्ली | जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का कहना है कि देश में मुसलमान की स्थिति दलितों से भी बदतर हो गई है। देश आज सांप्रदायिकता की गिरफ्त में है। ये सांप्रदायिकता देश के लिए बड़ा खतरा है। खुलेआम एक धर्म के मानने वाले लोगों को धमकी दी जा रही है। पंचायतें करके कहा जा रहा है कि मुसलमानों का बायकॉट करो… यह कहना है कि दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का।
मुल्क का क्या भविष्य होगा…?
शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले उन्होंने पीएम मोदी से एक बड़ी गुजारिश की। उन्होंने प्रधानमंत्री से मुसलमानों के मन की बात सुनने की अपील की। उन्होंने कहा कि पीएम आप मन की बात करते हैं, मुसलमानों के मन की बात भी सुनिए। इमाम ने कहा कि मुस्लिम इन हालातों से परेशान हैं, वो सोच रहे हैं कि मुल्क का क्या भविष्य होगा? मुसलमान ही नहीं हिंदू, ईसाई और सिख भी यही सोच रहे हैं। एक धर्म को मानने वालों को खुलेआम धमकी दी जा रही है।
हमें मुसलमान होने की दी जा रही सजा
इमाम ने आगे कहा कि हमें सजा इसलिए दी जा रही है क्योंकि हम मुसलमान हैं। यह सबको पता है कि ये सब चुनाव की वजह से कराया जा रहा है। कोई भी पार्टी हमेशा सत्ता में नहीं रहने वाली। प्रधानमंत्री जी हालात को समझें और गौर करें। आजादी के 75 साल बाद भी मुसलमानों को सामाजिक न्याय नहीं मिला।हमारे लिए कमीशन बनाए जाते रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमारे हालात दलितों से भी बदतर हैं।
हम सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं- शाही इमाम बुखारी
बुखारी ने कहा कि मैं हिंदुस्तान के मुसलमानों की ओर से कह रहा हूं कि हम सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। हम से बात कीजिए, हिंदू नेताओं से भी बात कीजिए और फिर एक संयुक्त बैठक कीजिए। इन हालात का हल तलाश कीजिए ताकि नफरत के इस माहौल से मुल्क को बचाया जा सके।