मकड़ाई समाचार भोपाल। मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवतियों से दोस्ती और फिर शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने आरोपित को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से पकड़ा है। उसके पास से दो मोबाइल फोन, तीन बैंक पासबुक, तीन बैंक चेकबुक और 10 एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं। आरोपित मात्र बारहवीं पास है, लेकिन अपनी प्रोफाइल में वह खुद को निजी बैंक का एचआर मैनजर बताता था।
एसआइ देवेंद्र साहू के मुताबिक भोपाल निवासी एक महिला ने अपनी बेटी की शादी के लिए युवक की तलाश में मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर प्रोफाइल डाली थी। कुछ समय बाद अभिषेक शर्मा नामक एक युवक ने उनसे फोन पर संपर्क किया और खुद को निजी बैंक का एचआर मैनेजर बताते हुए शादी की बात की। परिवार वालों का भरोसा जीतने के बाद अभिषेक ने शादी की खरीदारी के लिए युवती से दो बार में 50 हजार रुपये अपने बैंक खाते में जमा करवा लिए। उसके बाद मोबाइल नंबर बंद कर लिया। पीड़ित परिवार को शंका हुई तो उन्होंने पूरे मामले की शिकायत साइबर क्राइम में की। धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच की तो उस खाते तक पहुंची, जिसमें युवती ने रुपये ट्रांसफर किए थे। पड़ताल में खाता गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के दीपक कुमार सिन्हा (35) के नाम पर मिला। इस पर पुलिस ने उसे वहीं जाकर धर दबोचा। बताया जा रहा है कि वह मात्र 12वीं उत्तीर्ण है और प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है। उसके मोबाइल में पुलिस को कई मैट्रिमोनियल वेबसाइट की जानकारी मिली है, जिस पर उसने अपना फर्जी बायोडाटा अपलोड कर रखा था।
इस प्रकार देता था वारदात को अंजाम
एसआइ देवेंद्र साहू ने बताया कि आरोपित खुद को बड़ी कंपनियों का अधिकारी अथवा बैंक का मैनेजर बताता था। इसी प्रोफाइल के आधार पर वह शादी योग्य युवतियों से दोस्ती करता और परिवार को भरोसे में लेता। इसके बाद तरह-तरह के झांसे देकर पैसे मांगता है। इसमें मुख्य रूप से परिवार के किसी सदस्य को अचानक गंभीर बीमारी, शादी की खरीदारी अथवा अन्य बहाने कर वह पैसे मांगता था। जो लोग उसके झांसे में आ जाते, उनसे वह बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करवाता और बाद में एटीएम तथा चेक के माध्यम से निकाल लेता था। एसआइ ने बताया कि उसकी कई लोगों से बातचीत चल रही थी, लेकिन ज्यादा लोगों को शिकार नहीं बना पाया था।