जयपुर: राजस्थान सरकार के पहले मंत्रिमंडल में कांग्रेस के 22 विधायकों और राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक को शामिल किया गया है। राजभवन में आज मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें इन 23 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। गत 17 दिसंबर को जयपुर के अल्बर्ट हॉल में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री पद की और सचिन पायलट ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। नई दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेताओं के साथ पिछले दिनों मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित पार्टी के नेताओं ने कई दौर की बैठकों के बाद मंत्रिमंडल के नामों पर रविवार को अंतिम मुहर लगी है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि सोमवार को होने वाले मंत्रिमडल के गठन में कांग्रेस के 22 विधायकों और पार्टी के गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक को शपथ दिलाई जाएगी।
मंत्रिमंडल विस्तार में संभावित चेहरे
मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले विधायकों में बी.डी. कल्ला, रघु शर्मा, शांति धारीवाल, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, परसादी लाल मीणा, विश्वेन्द्र सिंह, हरीश चौधरी, रमेश चंद्र मीणा, भंवर लाल मेघवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, उदय लाल अंजाना, सालेह मोहम्मद, और गोविंद सिंह डोटासरा शामिल हैं। मंत्रिमंडल में शपथ लेने वालो में ममता भूपेश, अर्जुन सिंह बामनिया, भंवर सिंह भाटी, सुखराम विश्नोई,अशोक चांदना, टीकाराम जोली, भजनलाल जाटव, राजेन्द्र सिंह यादव और आरएलडी के सुभाष गर्ग भी शामिल हैं।
कैसा होगा गहलोत मंत्रिमंडल का स्वरूप
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, मुख्यमंत्री गहलोत, उप-मुख्यमंत्री पायलट की मंत्रणा के बाद मंत्रिमंडल का स्वरूप जो उभर कर सामने आएगा उस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया को फौरी तौर पर जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल में ऐसे चेहरे लिए जाएंगे विधायक अपने क्षेत्र में पॉपुलर हो, कार्यक्षमता कभी न थकने वाली हो, स्वच्छ ईमानदार छवि, संगठन में कार्यशैली करने करने का अनुभव हो। गहलोत का आशय था कि मंत्रिमंडल में शामिल चेहरों पर प्रतिपक्ष चाह कर भी ऊंगली न उठा सके।