मकड़ाई समाचार शिवपुरी। पिछोर पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान घर से भागे प्रेमी युगल को पकड़ा। मामला संदिग्ध लगा तो पुलिस दोनों को थाने ले आई। थाने में हुई पूछताछ के बाद युवक-युवती से पुलिस ने पूरी बात समझी। उनकी प्रेम कहानी सुन पुलिस ने दोनों के माता-पिता को थाने बुलाकर समझाइश दी। इसके बाद दोनों की शादी थाने में ही करवाई गई और फिर युवती के माता-पिता ने उसे थाने से ही ससुराल के लिए विदा कर दिया।
जानकारी के अनुसार उप्र के ग्राम घिसौली जिला झांसी निवासी आनंद केवट और मप्र के ग्राम कदवाया जिला अशोक नगर निवासी कविता केवट का परिवार करीब दो साल पहले पुणे महाराष्ट्र मजदूरी करने गए थे। दोनों परिवार एक ही समाज के थे, इस कारण दोनों परिवारों की नजदीकियां काफी बढ़ गईं। इसी दौरान नाबालिग आनंद व कविता में दोस्ती हो गई, यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। इस कारण दोनों वहां से लौटने के बाद भी फोन पर बात करते रहे, इस दौरान कभी कभार चोरी छिपे मिलना जुलना भी हुआ। दोनों ने अपने-अपने परिवार के सामने शादी करने की बात रखी तो दोनों के परिवार इस बात पर राजी नहीं हुए।
इधर आनंद व कविता ने साथ जीने का फैसला कर लिया था, इसी के चलते बालिग होने के बाद उन्होंने कुछ दिन पहले घर से भाग कर शादी करने का निर्णय कर लिया। इसी क्रम में शुक्रवार-शनिवार की रात कविता और आनंद अपने-अपने घर से भाग आए। दोनों जब पिछोर में रात के समय डाक बंगला के पास साथ-साथ जा रहे थे तो तो रात्रि गश्त कर रही पुलिस ने संदिग्ध युगल को रोककर उनसे पूछताछ की। लड़के-लड़की ने खुद को बालिग बताया और अपने अपने पहचान पत्र भी पुलिस को उपलब्ध करवाए।
पुलिस किसी अनहोनी की आशंका के चलते उन्हें थाने ले आई। थाने में प्रेमी युगल ने अपनी पूरी कहानी पुलिस को बताई, जिस पर पुलिस ने दोनों के माता-पिता को थाने बुलवाया। चूंकि जिला पंचायत सदस्य महेंद्र लोधी दोनों परिवारों से परिचित थे, इसलिए वह भी थाने पहुंच गए। थाने में टीआइ गब्बर सिंह सति जिला पंचायत सदस्य ने जब पूरे मामले को समझा तो दोनों ही परिवारों को समझाया कि आप दोनों परिवार एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हो, एक ही समाज के हो और जब लड़का-लड़की साथ रहना चाहते हैं तो फिर दोनों की शादी करने में क्या हर्ज है। दोनों ही परिवारों के बात समझ में आ गई, जिसके बाद थाने में ही प्रेमी युगल ने एक दूसरे के गले में वर माला डाली और दोनों की शादी हुई। शादी के बाद युवती को थाने से ही ससुराल के लिए विदा कर दिया गया।