ब्रेकिंग
Aaj ka rashifal: आज दिनांक 8 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे Today news harda: राजस्व अधिकारी प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करें, वसूली बढ़ाएं: कमिश्नर श्री ति... सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को किया ढेर! जवानों ने 5000 फिट ऊंची पहाड़ी को नक्सलियो से कराया मुक्त हरदा: रात 10 बजे के बाद लाउड स्पीकर, डीजे, बैण्ड, प्रेशर हॉर्न पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे! कलेक्टर श्... सिलेंडर ब्लास्ट में पांच मंजिला इमारत धराशायी!  हादसे में 2 की मौत 8 हुए घायल राहत कार्य जारी जमीन विवाद: महिला ने एसपी को लिखित शिकायत आवेदन देते हुए हंडिया के दो व्यक्तियों पर जमीन पर कब्जा कर... भारतीय सेना ने आपरेशन का नाम "सिंदूर" क्यों रखा! 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले का लिया बदला भारत की पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक, आपरेशन सिंदूर भारत के सभी सैनिक सुरक्षित लौटे हरदा: बिरसा मुंडा स्व-रोजगार योजना के तहत मिलेगा 50 लाख रुपये तक का ऋण Big news : अनियंत्रित होकर बस खाई में गिरी , हादसे में 4 लोगो की मौत 44 घायल हुए

रात में पलंग के नीचे घुसा मगरमच्छ, सुबह नींद खुली तो उड़ गए होश

मकड़ाई समाचार मंदसौर। मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम रायखेड़ा में बुजुर्ग अपने पलंग के नीचे लगभग सात-आठ फीट लंबे मगरमच्छ को देखकर होश उड़ गए। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा। जानकरी के अनुसार बीती रात मल्हारगढ़ तहसील के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम रायखेड़ा में मांगीलाल दायमा के घर में बड़ा मगरमच्छ घुस आया। पौत्र विनोद दायमा ने बताया की घर में पलंग पर दादाजी मांगीलाल दायमा सो रहे थे। इसी दौरान मगरमच्छ पलंग के पास आकर बैठ गया।

naidunia

जब दादाजी की आंख खुली तो उनके होश उड़ गए। पहले तो आवाज ही नहीं निकली। किसी तरह उन्होंने अपने स्वजनों को आवाज लगाई। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से घर में मौजूद सभी लोग बाहर निकले और वन विभाग को सूचना दी। देर रात वन विभाग की टीम गांव में पहुंची और मगरमच्छ को रेस्क्यू कर पिजरे में कैद किया। सुबह वन अमले ने मगरमच्छ को चंबल नदी में छोड़ दिया।

- Install Android App -

naidunia

बारिश के दिनों में अक्सर गांव में घुस आते हैं मगरमच्छ

मंदसौर जिले में गांधीसागर जलाशय से सटे गांवों में बारिश के दौरान अक्सर चंबल नदी से निकलकर ग्रामीण इलाकों में मगरमच्छ घुस आते हैं। ऐसे में ग्रामीण व वन विभाग के कर्मचारी मगरमच्छ को पकड़कर छोड़ते हैं।