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राम मंदिर किसी राजनीतिक दल या संगठन का नहीं पूरे देश का मु्द्दा है- VHP

रीवा: काफी समय से चली आ रही अयोध्या राम मंदिर निर्माण की मांग को लगातार सरकार के सामने रखा जा रहा है। लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा मंदिर निर्माण को लेकर कोई भी निर्णय नहीं लिया है। इसी दौरान मानस भवन में आयोजित श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अनुष्ठान एवं धर्मसभा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी ने कहा है कि, ‘सरकार निर्णय ले अन्यथा देश के करोड़ों भक्त अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आगे बढ़ेंगे।’

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राजेश तिवारी ने कहा कि, ‘भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में उनके भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प अब कार्य रूप में बदलें। हिन्दू जन मंदिर निर्माण के लिए संगठित होकर शासन-प्रशासन पर प्रभावी दबाव बनाएं। इसी के तहत रीवा मानस भवन में यह सभा की गई है।’ सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर तिवारी ने कहा कि,’न्यायालय का हम सभी सम्मान करते हैं और सरकार का ध्यान लगातार आकृष्ट कराया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के लिए वे अध्यादेश लाकर निर्माण कार्य को प्रशस्त करें। जरूरत पड़ी तो देशभर के अनुयायी इसके लिए आगे आएंगे।’

इस बीच राजेश तिवारी ने कहा कि, ‘1528 से मंदिर निर्माण को लेकर आवाज उठती रही है। यह कोई विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल या किसी राजनैतिक पार्टी का मुद्दा नहीं बल्कि देश के करोड़ों भक्तों का मामला है। जिस समय यह आवाज उठी थी उस समय कोई संगठन नहीं था। यह सही है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर जन जागरूकता लाने का काम संगठन कर रहे हैं और आगे निर्माण कार्य को लेकर भी वे पुरजोर आगे बढ़ेंगे।