रोजगार के मुद्दे पर प्रदर्शन में युवा मोर्चा के नेताओं द्वारा पुलिस को थप्पड़ मारने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाराजगी व्यक्त की
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं से पूछा कि क्या जवानों को मारना और गाली देना छत्तीसगढ़ की संस्कृति है
रायपुर। भाजपा के रोजगार के मुद्दे पर रायपुर में हुए प्रदर्शन में युवा मोर्चा के नेताओं द्वारा पुलिस को थप्पड़ मारने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं से पूछा कि क्या जवानों को मारना और गाली देना छत्तीसगढ़ की संस्कृति है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ मारपीट करने के मामले में रायपुर के अलग-अलग थानों में एफआइआर दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी पार्टी के कार्यकर्ता गालियां दे-दे कर पुलिस को लाठीचार्ज के लिए उकसाते रहे और हमारे जवान मुस्कुरा कर विनती करते रहे। यह हैं हमारे छत्तीसगढ़िया संस्कार। ये कांग्रेस पार्टी है साहब, हम गांधीवादी लोग हैं। गांधीगिरी का इससे अच्छा उदाहरण क्या हो सकता है…..?
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि एक छत्तीसगढ़िया नागरिक होने की हैसियत से मुझे बहुत शर्मिंदगी हुई|जब मैंने देखा कि भाजपा के कार्यकर्ता पुलिस पर लाठी भांज रहे थे। हमारी महिला पुलिस की बच्चियां लाठी खाते रहीं, गालियां सुनीं, लेकिन अपने कर्तव्य पर डटी रहीं। मैं उन्हें बधाई देता हूं कि इस बर्बर व्यवहार के बाद भी उन्होंने संयम रखा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग पिछले एक साल से लगातार प्रयासरत हैं कि कैसे पुलिस को उकसाएं, जनता को उकसाएं और प्रदेश में हिंसा हो, शांति भंग हो। उन्होंने बताया कि जब मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष था, तब भो ये लोग मेरे घर पर पत्थर फेंकते थे, कालिख पोतते थे। आज मैं मुख्यमंत्री हूं, तब भी ये यही कर रहे हैं। ये अंतर है उनकी उत्तेजक मानसिकता और हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति में।