अहमदाबाद। भोपाल में मक्खियों पर रिसर्च कर रही गुजरात के वडोदरा की युवती का सामान्य सर्जरी के बाद के बाद कोमा में जाने से रविवार को मौत हो गई है। परिजनो ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने भी कार्रवाई करने के बाद शव को पोस्टमोर्टम करवाया है।
जानकारी के अनुसार गुजरात में वड़ोदरा के आजवा रोड निवासी प्रदीप सिंह रावत की पुत्री आकांक्षा को फोड़ा-फुंसी होने पर सर्जरी के लिए निसर्ग हॉस्पीटल ले गये थे। सर्जरी के लिए आकांक्षा को एनेस्थेसिया देते समय वह बेहोश होकर कोमा में चली गयी थी। पहली जून को हुए इस घटना के बाद उसे निकट के हार्ट अस्पताल में भर्ती किया गया जहां बीते दिन रविवार दोपहर एक बजे उसकी मृत्यु हो गयी।
परिजनो ने सर्जरी के दौरान निसर्ग हॉस्पीटल में डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों ने इस संबंध में वारसिया पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवायी गयी है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि परिजनों की शिकायत के बाद निसर्ग हॉस्पीटल के डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल जांच की जा रही है। आकांक्षा के पिता के अनुसार उसे एनेस्थेसिया बिना ही ऑपरेशन के लिए कहा गया था फिर डॉक्टरों ने एनेस्थेसिया दिया। इससे आकांक्षा की धड़कन तेज हो गयी। इससे उसे बैंकर्स हार्ट हॉस्पीटल में भर्ती किया गया था।