वरिष्ठ भाजपा नेता का दुखद निधन : नर्मदा पुरम सिवनी मालवा के पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह नहीं रहे, शोक में डूबा नर्मदा पुरम
केके यदुवंशी –
सिवनी मालवा : विधानसभा क्षेत्र में अनेक कार्य करने वाले विकास कार्यों से अपनी पहचान बनाने वाले पूर्व मंत्री सरताज सिंह का आज निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विट कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की ।
सरताज सिंह जिले ही नहीं प्रदेश में निर्विवाद, ईमानदार, सरल एवं सहज राजनेता के तौर पर होती है।
इटारसी नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर वे अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे और 2009 से 2016 तक मप्र सरकार में मंत्री रहे।
भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद सरताज सिंह का परिवार इटारसी आकर बस गया था। 1960 में उन्होंने दिल्ली विवि से ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद वे विष्णु कामथ के संपर्क में आए और उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा।
पांच बार के सांसद एवं दो बार के विधायक
सिवनीमालवा में विकास पुरूष का दर्जा हासिल किया। उन्होंने भ्रष्टाचार के लिए कुख्यात लोक निर्माण विभाग की नीतियों में बदलाव किया। शासन के हजार करोड़ से ज्यादा रुपए बचाए। विभाग में स्थायी एवं चलित लैब स्थापित की। इससे सड़कों की गुणवत्ता मौके पर ही परखने की प्रणाली विकसित हुई। सबसे अलग और असरदार और ऊर्जावान रहते थे हमेशा सरताज सिंह इसलिए उनका विधानसभा क्षेत्र जिले का आदर्श क्षेत्र माना जाता है।
सिवनी मालवा में जल, जंगल, पर्यावरण, सड़क, और बिजली भिलट देव में पर्यटन स्थल आवली घाट आवली घाट दूधियावाड़ सहित तीर्थ स्थान पर निर्माण कार्य किए गए सिवनी मालवा के हर गांव तक पक्की सड़क सीमेंट-कांक्रीट की है। आधुनिक बायपास अब तो शहर के भीतर से गुजरने वाली सड़क फोरलेन चौड़ी फोरलेन सड़क, स्वच्छ शहर, सिवनीमालवा की पहचान बन गए हैं।
उपेक्षित धार्मिक स्थल तिलक सिंदूर का कायाकल्प कराया। मंदिर के पास बगीचा बनाया। सुंदर पर्यटक स्थल में तब्दील कर दिया। सिवनी मालवा के भीलट देव का विकास कराया।
वनमंत्री रहते पर्यावरण पार्क विकसित किया। अब यह पिकनिक स्पाट बन गया है।आवलीघाट- नर्मदा के सबसे कठिन आवलीघाट का निर्माण कराया। बेहद जोखिम वाले इस घाट पर नर्मदा की धारा को मोड़कर किनारे घाट बनाया है। यहां रेस्ट हाउस भी है।सिवनी मालवा के गांव को सड़कों से जोड़ा। सोनासांवरी ब्रिज, सिवनी मालवा में ओवरब्रिज मंजूर कराएं। सिवनी मालवा ब्रिज का निर्माण 1989 जब रामेश्वर नीखरा को हराकर पहला लोकसभा चुनाव जीता। दूसरा तब जब दिग्गज कांग्रेसी नेता अर्जुनसिंह को हराया।
बेटियां हैं। राजनीति में आने की उनकी इच्छा नहीं। सरताज सिंह सरताज सिंह सरल सहज रहे वह अपने कार्यकर्ता और अधिकारियों का हमेशा सम्मान करते थे उन्होंने उन्होंने हमेशा ईमानदारी का ही सपोर्ट किया।