Budget 2021 Farmers : वित्तीय वर्ष 2021-22 का आम बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज तीसरी बार बजट पेश किया। कोरोना महामारी के कारण इस बार देश की आर्थिक स्थिति बिल्कुल अलग है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज सभी की निगाहें बजट पर इसलिए भी थी क्योंकि उम्मीद है कि इसमें सरकार आज किसानों के लिए बड़ी राहत दे सकती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि MSP बढ़ाकर उत्पादन लागत का 1.5 गुना किया गया है। सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। वित्त मंत्री ने कहा कि MSP पर फसल खरीद का कार्य तेजी से जारी है, इसके परिणामस्वरूप किसानों को पर्याप्त भुगतान किए जाने के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि 2020-21 में किसानों को कुल 75,060 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। वित्त मंत्री ने कहा कि एमएसपी सिस्टम में बड़ा बदलाव करने की तैयारी सरकार द्वारा की जा रही है।
गेहूं उत्पादन करने वाले लाभान्वित किसानों की संख्या 2019-20 में 35.57 लाख से बढ़कर 2020-21 में 43.36 लाख हो गई है। गेहूं के लिए किसानों को 75060 और दालों के लिए 10503 करोड़ का भुगतान किया गया। धान की भुगतान राशि 1,72,752 करोड़ होने का अनुमान। कृषि उत्पादों के निर्यात में 22 और उत्पादों को शामिल किया जाएगा।
बढ़ सकती है किसान सम्मान निधि
बजट से पहले यह उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार किसानों को खुश करने के लिए किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी कर सकती है। मोदी सरकार ने 2 साल पहले किसान सम्मान निधि का ऐलान किया था और सालाना 6000 रुपए की मदद किसानों को देना शुरु किया था। किसान आंदोलन के मद्देनजर ऐसी उम्मीद है कि मोदी सरकार 2 साल बाद इसमें 40 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है।