मकड़ाई समाचार भोपाल। चुनावी साल में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, किसान, महिला सुरक्षा व न्याय व्यवस्था क्षेत्र में बड़े काम करने पूर्व आईएएस अधिकारी डाॅ. वरदमूर्ति मिश्र प्रदेश की संपूर्ण व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन का सपना लेकर आए हैं। डाॅ. मिश्र कहते हैं कि सक्षम और अच्छे लोगों के साथ व्यवस्था सुधारने के लिए मात्र 90 से 180 दिन काफी हैं। हाल ही अस्तित्व में आई “वास्तविक भारत” पार्टी ने सियासी चर्चाओं में है। यह पार्टी विजन और मिशन लेकर आई है। इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.वरदमूर्ति मिश्र ने कहा कि समाज में आज भी 70-80 फीसदी लोग बेहतर स्थिति में हैं लेकिन तंत्र में उनकी कोई आवाज़ नहीं है। उनका मानना है कि वह प्रदेश की जनता को राजा की प्रजा नहीं, प्रदेश का नागरिक बनाना चाहते हैं। प्रजातंत्र में सबसे बड़ा पद नागरिक का ही है। प्रदेश में तीसरे विकल्प को लेकर उन्होंने कहा यह चुनाव कोई राजनीतिक दल नहीं, बल्कि जनता स्वयं लड़ेगी। प्रदेश का जनमानस अब तीसरे दल की तलाश में है। इसे ध्यान में रखकर हमने समाज के हर वर्ग से ऐसे लोगों का चुना जो प्रदेश को वास्तविकता की राह पर आगे लाने को प्रतिबद्ध और तंत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाने के लिए संकल्पित हैं।
व्यवस्था में सुधार है मकसद
डाॅ. मिश्र ने कहा कि वास्तविक भारत पार्टी शुरू से ही तंत्र में सुधार के मुद्दे पर जन साधारण को प्रेरित कर रहा है। हमारी पार्टी की प्राथमिकता शिक्षा है। इसके बिना समाज को बेहतर बनाना असंभव है। हमारी दूसरी प्राथमिकता स्वास्थ्य सेवाएं हैं। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के 35 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। तीसरी और सबसे अहम प्राथमिकता न्याय व्यवस्था है। डॉ मिश्र के अनुसार, प्रजातंत्र में सबसे पहली प्राथमिकता हमेशा न्याय की होनी चाहिए।