वर्तमान में सबसे ज्यादा डिफाल्टर ऊर्जा मंत्री की विधान सभा में हैं, 201 करोड़ का बकाया है
मकड़ाई समाचार ग्वालियर |शहर में बिजली बिल के डिफाल्टरों ने पिछले पांच साल के भीतर दो बार माफी का फायदा उठा लिया है। करीब 300 करोड़ से अधिक माफी ले चुके हैं। माफी के बाद बिल शून्य हो गए थे। बिल शून्य होने के बाद डिफाल्टरों ने फिर भी बिल नहीं भरे। इस कारण मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का हर महीने औसतन दस करोड़ रुपये बकाया बढ़ता रहा। अब बकाया 474 करोड़ पहुंच गया है। डिफाल्टरों के आगे बिजली कंपनी के अधिकारी भी बेबस दिख रहे हैं। इस बकाये को नहीं वसूल पा रहे हैं। 2018 के विधान सभा व विधान सभा उप चुनाव में छूट का लाभ मिला था। वर्तमान में सबसे ज्यादा डिफाल्टर ऊर्जा मंत्री की विधान सभा में हैं। इस विधानसभा (उत्तर संभाग) के ऊपर 201 करोड़ का बकाया है।
सवा लाख डिफाल्टर नहीं भरते हैं बिल– शहर में सवा लाख घरेलू उपभोक्ता ऐसे हैं, जो नियमित बिल नहीं भरते हैं। 474 करोड़ में से 387 करोड़ रुपये घरेलू उपभोक्ताओं पर बकाया है। वर्ष 2023 चुनावी साल है। भविष्य की संभावना को देखते हुए लोग बिल नहीं भर रहे हैं। इस कारण हर महीने बकाया बढ़ता जा रहा है। बिजली कंपनी के अभियान भी बेअसर हो गए हैं। लाइनलास भी 52 फीसद से ऊपर है। बकाये के साथ-साथ बिजली चोरी भी बढ़ी है।बिल जमा कराने के लिए 100 टीमें मैदान में उतारी हैं। जो बकायेदारों के कनेक्शन काट रही हैं और बिजली चोरी भी पकड़ रहे हैं। पूरे महीने अभियान जारी रहता है। -नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक सिटी सर्कल