सावन के पहले सोमवार महाकालेश्वर मन्दिर मे भक्तों की भीड़, रात 2:30 से खुले मन्दिर के पट मन्दिर प्रशासन ने किये बेहतर इन्तजाम
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी सावन माह के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ीं । मुख्य द्वार के पट खुलने के साथ ही सावन की शुरुआत हो गईँ ।
देर रात से ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी।भक्तों के सुगम दर्शनों के लिए समिति ने किए हैं बेहतर इंतजाम किए गए है।
। सावन माह के पहले सोमवार को ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। रविवार रात 2.30 बजे महाकाल मंदिर के पट खुलने के साथ सावन अथवा श्रावण मास की शुरुआत हो गई। दर्शनों के लिए काफी पहले से ही श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी।
सावण मास के पहले सोमवार को महाकाल मंदिर में रात ढाई बजे पट खुलने पर भगवान महाकाल का अभिषेक कर भस्म आरती की गई। दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। पुजारी भगवान महाकाल की भस्म आरती करेंगे।
आज शाम 4 बजे निकलेगी पहली सवारी
प्रतिवर्ष के अनुसार सोमवार शाम चार बजे भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी।
आज पहली सवारी में भगवान अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में मनमहेश रूप में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। पंडितों के अनुसार ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा अनुसार सावन और भादौ मास में हर रविवार को रात 2.30 बजे तथा सोमवार से शनिवार तक छह दिन रात 3 बजे महाकाल मंदिर के पट खोले जाएंगे।
जलाभिषेक के सरल व्यवस्था
सावन माह में मंदिर समिति ने दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। सावन मास में भगवान महाकाल के जलाभिषेक का विशेष महत्व देखते हुए महाकाल मंदिर समिति ने कार्तिकेय और सभा मंडप में जल पात्र लगाए हैं। जानकारी के अनुसार देश-विदेश से आने वाले दर्शनार्थी जल पात्र के जरिए ही भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर सकेंगे।